Bengaluru बेंगलुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की सराहना करनी चाहिए। उन्होंने नक्सल विरोधी बल (एएनएफ) के साथ मुठभेड़ में माओवादी नेता विक्रम गौड़ा की हत्या को उचित ठहराया। सिद्धारमैया ने कहा कि गौड़ा पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और उन्होंने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल होने के सरकार के निर्देश को नजरअंदाज किया। मुठभेड़ के बारे में कुछ लोगों द्वारा संदेह जताए जाने के सवाल पर सिद्धारमैया ने कहा, "एक स्थायी आदेश है। हमने कहा है कि अगर वे (नक्सली) आत्मसमर्पण करते हैं तो उन्हें सभी सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने (गौड़ा) आत्मसमर्पण नहीं किया।
केरल सरकार ने उन पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, हमारी सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।" उन्होंने कहा, "आपको इसकी (मुठभेड़) सराहना करनी चाहिए। क्या नक्सलवाद रहना चाहिए या खत्म हो जाना चाहिए?" उडुपी जिले के हेबरी के पास कब्बीनाले क्षेत्र में पीटाबैलू गांव के पास एएनएफ और माओवादियों के एक समूह के बीच कथित गोलीबारी में गौड़ा (46) की मौत हो गई। बताया जाता है कि गौड़ा कर्नाटक के सर्वाधिक वांछित माओवादी नेताओं में से एक है, जिसके खिलाफ राज्य में हत्या और जबरन वसूली सहित 61 मामले और केरल में 19 मामले दर्ज हैं।