कर्नाटक के IPS अधिकारी पी रवींद्रनाथ ने चौथी बार अपने पद से दिया इस्तीफा, राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया
कर्नाटक के IPS ऑफिसर पी रवींद्रनाथ ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कर्नाटक (Karnataka) के IPS ऑफिसर पी रवींद्रनाथ ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है. IPS पी रवींद्रनाथ का कहना है कि उनका उत्पीड़न हो रहा था. बता दें कि इस बात के सामने आने के बाद कर्नाटक की राजनीति में हड़कंप मच गया है. रवींद्रनाथ (IPS Officer) ने अपने करियर में चौथी बार अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले उन्होंने 2008, 2014 और 2020 में भी अपना इस्तीफा दे दिया था.उनकी तरफ से एक चिट्ठी लिख इस बात का ऐलान किया गया है. हाल ही में रविंद्रनाथ का कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) की ट्रेनिंग विंग में ट्रांसफर कर दिया गया था.
जो चिट्ठी IPS ऑफिसर पी रविंद्रनाथ ने लिखी है, उसमें वे आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था. वे लिखते हैं कि मुझे कर्नाटक के चीफ सेकरेट्री रवि कुमार द्वारा दिखाई गई उदासीनता से बहुत निराशा है. मैंने उनसे अपील की थी कि SC-ST एक्ट के तहत एक प्रोटेक्शन सेल बनाया जाए. लेकिन मेरी वो मांग नहीं मानी गई और मेरा ट्रांसफर कर दिया गया. मैंने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी जो फेक सर्टिफिकेट बनाने में शामिल थे.उन्होंने कहा कि पश्चिमी घाट के कई उच्च जाति के परिवारों ने फर्जी एससी/एसटी जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया है, जिसकी वह जांच कर रहे हैं और संबंधित अधिकारियों को कानूनी कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश की
आंध्र प्रदेश से हैं 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी
बता दें कि रविंद्रनाथ वर्तमान में DCRE के पद पर तैनात थे. लेकिन उन्हें बाद में कर्नाटक पुलिस की ट्रेनिंग विंग में ट्रांसफर कर दिया गया था. उनकी नजरों में उन्हें सिर्फ परेशान और प्रताड़ित करने के लिए ये फैसला लिया गया. अभी तक किसी भी बड़े अधिकारी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है. पी रविंद्रनाथ आंध्र प्रदेश से 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. पहले भी अपने करियर में वे कई मौकों पर इस्तीफा दे चुके हैं.
कैफे में महिला की तस्वीरें क्लिक करने का था आरोप
साल 2014 में भी बेंगलुरू पुलिस कमिश्नर राघवेंद्र औराकर से नाराज होकर उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था. मामला एक कैफे में महिला की तस्वीरें क्लिक करने को लेकर था. उस केस में रविंद्रनाथ के मुताबिक उन्हें फंसाया गया था. पिछले साल भी एक बार रविंद्रनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दिया था. उस समय क्योंकि उन्हें डीजीपी के पद पर प्रमोट नहीं किया गया था और उनके जूनियर को वो प्रमोशन मिला था, तब उन्होंने विरोध जताने के लिए इस्तीफा दिया था. लेकिन बाद में उन्हें डीजीपी बना दिया गया तो उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.