कोप्पल (आईएएनएस)| कर्नाटक के कोप्पल जिले में गुरुवार को दूषित पानी पीने से एक 10 साल की एक बच्ची की मौत हो गई है। इसी के साथ दूषित पानी पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। मृतक लड़की की पहचान कोप्पल जिले के बीजाकल गांव की रहने वाली निर्मला एरप्पा बेलागल के रूप में हुई है। लड़की को बुधवार शाम उल्टी और लूज मोशन की शिकायत हुई, इसके बाद कथित तौर पर उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
गुरुवार सुबह लड़की को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन की लापरवाही पर रोष व्यक्त किया क्योंकि दूषित पानी पीने से 40 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं।
निर्मला के माता-पिता काम के सिलसिले में केरल गए हुए थे। केरल जाने से पहले उन्होंने लड़की को एक रिश्तेदार के यहां छोड़ दिया था।
जब निर्मला में गंभीर लक्षण विकसित हुए, तो उनके रिश्तेदार उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले गए। मरीज ज्यादा होने के कारण डॉक्टर ने लड़की के रिश्तेदारों को कुस्तगी अस्पताल ले जाने को कहा था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना के बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी गांव पहुंचे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी अलकनंदा मलागी ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग ने गांव में अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र खोला है और मरीजों के ब्लड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
आसपास के गांवों के पानी के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विशेषज्ञ की राय से लड़की की मौत का सही कारण पता चलेगा।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण पीने के पानी में सीवेज का पानी मिल गया था, जिसके कारण यह घटना हुई। जिले के बसरिहाला गांव में 5 जून को दूषित पानी पीने से नौ माह के शिशु व 60 वर्षीय महिला की अस्पताल में मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए बसरिहाला गांव के स्कूल में तीन दिन की छुट्टी घोषित कर दी है। लोग गांव में हैजा फैलने की आशंका जता रहे हैं और स्थिति के गंभीर होने को लेकर चिंतित हैं।
--आईएएनएस