2023 की हुई पिन पास में पहली ट्रैकिंग, ट्रैकर्स-गाइड्स ने 5319 मीटर ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा
कुल्लू: कर्नाटक के ट्रैकरों और कुल्लू के गाइडों-पोर्टरों ने 5319 मीटर की ऊंचाई पर बर्फ की वादियों में पिन पास में अपने भारत का तिरंगा फहराया। नौ दिनों का सफल सफर कर ट्रैकर और गाइड-पोर्टर वापस लौटे। इस दौरान जहां ग्लेशियरों से घिरे पिन पास का दीदार किया। वहीं, मानतलाई में बर्फीली झील का नजारा भी देखा और यहां पर बाकायदा पूजा अर्चना की। बर्फ की वादियों में जहां पिन पास में ट्रैकरों और गाइडों ने अपने भारत के तिरंगे को फहराकर देश की माटी की सुरक्षा के लिए शहीद हुए वीर सपूतों को याद किया। वहीं, भारत के युवाओं में कितना जोश है, यह भी कड़ाके की ठंड में ग्लेशियरों के ऊपर चलकर बताया।
यही नहीं इस दौरान ट्रैकरों और गाइडों ने जय भोलेनाथ के जयकारे भी पिन पास में लगाए। जानकारी के अनुसार 9 जून को पिन पास की यात्रा लाहुल-स्पीति के अंतिम गांव मूध से शुरू की थी। वहीं, पिन पास, मानतलाई, खीरगंगा होते हुए ट्रैकर 17 जून को कसोल पहुंचे। महादेव नेचर एडवेंचर हाई माउंटेन लवर्स ट्रैकिंग दल के साथ कर्नाटका के पांच ट्रैकर पिन पास ट्रैकिंग रूट पर निकले थे। इसमें ग्रुप लीडर टिटू नैयर थे। वहीं, ट्रैकिंग दल में शामिल सुरक्षा, चारली, राजू, खत्री शामिल थे। इन्होंने कनार्टका के महेश, धारूवा, कुमार, गणेश और एक अन्य ट्रैकर को ट्रैकिंग करवाई। कई जगह ट्रैक रूट जोखिम भरा होने के चलते रस्सी के साथ एक चैनल बनाकर गाइडों ने ट्रैकरों को ग्लेशियरों से सुरक्षित सफर करवाया। ट्रैकरों ने कहा कि हिमालय क्षेत्र की यह खूबसूरती दुनिया में अलग है।
2023 की हुई पहली ट्रैकिंग, 9 दिन में किया पूरा ट्रैक
2023 की इस ट्रैकिंग दल ने पहली ट्रैकिंग ट्रैकरों को करवार्ई। ट्रैक रूटों पर बर्फ और ग्लेशियर काफी हैं। लाहुल-स्पीति स्पीति के मुद गांव से दल पिन पास पहुंचा और यहां पर तिरंगा फहराया और फिर मानतलाई की ओर रवाना हुआ। 9 दिनों का सफर कर ट्रैकिंग दल कसोल पहुंचा। पिन पार्वती पास ट्रैक 5319 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत ट्रैक है, जो पार्वती घाटी में खीरगंगा से शुरू होता है और स्पीति घाटी के मुध गांव में समाप्त होता है। पूरे ट्रैक को पूरा करने में 11 दिन लगते हैं। लेकिन इस दल ने 9 दिन में पूरा किया। यह बड़ी बात है।