कर्नाटक के मंगलुरु में एक महिला डॉक्टर सहित तीन लोगों के खिलाफ कथित रूप से एक लड़की को जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने की कोशिश करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़ित शिवानी की मां की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने खलील, डॉ जमीला और ऐमन के खिलाफ धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार के कर्नाटक संरक्षण विधेयक, 2022 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
पीड़िता की मां द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, शिवानी खलील की एक दुकान पर अपना मोबाइल फोन रिचार्ज कराती थी। खलील ने उससे दोस्ती की और वादा किया कि उसे 2021 में एक अच्छी नौकरी और पैसा मिलेगा।
शिकायतकर्ता ने एक पत्र में कहा, "वह उसे अपने रिश्तेदार के घर ले गया, जहां उसे कथित तौर पर नमाज अदा करने और कुरान पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। साथ ही, उसने उसका नाम बदलकर आयशा रख दिया। खलीब ने कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न भी किया।"
इसके बाद, उसे एक नई नौकरी के लिए एक अलग स्थान पर ले जाया गया।
शिकायत में कहा गया है कि उसकी बेटी नौकरी के सिलसिले में डॉक्टर जमीला के घर गई, जहां उसे बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया गया। उसी दौरान आइमन नाम के एक शख्स ने उनसे इंस्टाग्राम पर संपर्क किया और उन्हें अपने साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। शिवानी ने अब खलीब, डॉ जमीला और ऐमन के खिलाफ कथित रूप से इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए मजबूर करने के लिए कार्रवाई की मांग की है।
आगे की जांच चल रही है।