कर्नाटक में किसानों का दर्द नहीं समझ रही कांग्रेस सरकार
किसानों का दर्द नहीं समझने और राजनीतिक दबाव के आगे झुकने का आरोप लगाया है
कर्नाटक न्यूज: भाजपा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर किसानों का दर्द नहीं समझने और राजनीतिक दबाव के आगे झुकने का आरोप लगाया है। भाजपा ने यह दावा किया कि कर्नाटक में 16 से अधिक जिले सूखे की स्थिति का सामना कर रहे हैं। भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कर्नाटक में 16 से अधिक जिले सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। लगभग 85 तालुका बारिश की भारी कमी से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''हमारे किसानों की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बिना अदालती परामर्श या सर्वदलीय बैठक के 10 टीएमसी कावेरी पानी (तमिलनाडु के लिए) जारी करने का निर्णय लिया।'' चंद्रशेखर ने कहा कि इस कदम को स्पष्ट रूप से द्रमुक के साथ उनके वरिष्ठ 'घमंडिया गठबंधन' के दबाव के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के पास द्रमुक के दबावों का जवाब देने का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड है।
चंद्रशेखर ने कहा कि अगर हम इतिहास में जाएं, तो 2जी घोटाले के दौरान भी यही मुद्दा था। आज कांग्रेस की राजनीति की कीमत किसान अपनी जान देकर चुका रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई जिलें कृषि संकट से जूझ रहे हैं। मगर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कृषि मंत्री समेत किसी भी शीर्ष सरकारी अधिकारी ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय कर्नाटक के कृषि मंत्री भ्रष्टाचार घोटाले में फंस गए हैं। कृषि मंत्रालय के भीतर उनके अपने कर्मचारियों ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार की विशेषता कुशासन, झूठ और किसानों व अन्य समुदायों के प्रति उदासीनता है।