पार्टी में फैले असंतोष को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने विधायकों के साथ की बैठक
बेंगलुरु (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर विधानसौधा में विधायकों के साथ अलग-अलग बैठकें की। इस बैठक का मकसद पार्टी में फैले असंतोष को शांत करना भी है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को कुछ विधायकों ने पत्र लिखकर उन्हें काम में आ रही समस्याओं से अवगत कराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मंत्री इसमें उनका साथ नहीं दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच तुमकुरु, यादगीर और चित्रदुर्ग जिलों के विधायकों, मंत्रियों और प्रभारियों के साथ बैठकें की। इसके बाद बागलकोट, बल्लारी और धारवाड़ जिलों के विधायकों, प्रतिनिधियों और संबंधित मंत्रियों के साथ बैठक हुई।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने शुरुआती दौर में बैठकें कर पार्टी में फैले असंतोष को दबाने का फैसला किया है। इस बैठक में संबंधित जिलों के विधायकों को मंत्रियों को उनके मुद्दों और समस्याओं पर अपनी राय देने का उचित मौका दिया जाएगा।
विधायकों से फीडबैक लेने के बाद मुख्यमंत्री सिद्दारमैया मंत्रियों को सहयोग के लिए जरूरी निर्देश देंगे।
सूत्रों ने कहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिया है क्योंकि पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले देश को एक संदेश देना चाहती है।
सिद्दारमैया विधायकों से यह भी अनुरोध कर सकते हैं कि वे विकासात्मक गतिविधियों के लिए धन जारी करने पर जोर न दें क्योंकि पार्टी की पहली प्राथमिकता सभी पांच गारंटी योजनाओं को वितरित करना और राज्य में प्रमुख परियोजनाओं के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना है।
विधायक बी.आर. पाटिल और पार्टी के 11 अन्य विधायकों द्वारा राज्य में कैबिनेट मंत्रियों के भ्रष्टाचार को उजागर करनेे वाला पत्र एक बड़ी शर्मिंदगी साबित हुआ, लेकिन पाटिल ने दावा किया है कि यह पत्र फर्जी और फोटोशॉप्ड है और उन्होंने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करायी है।
सूत्रों ने बताया कि विधायक कैबिनेट मंत्रियों के कामकाज से नाखुश हैं।