बेंगलुरु,(आईएएनएस)| आम आदमी पार्टी (आप) की कर्नाटक इकाई ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने चुनावी हथकंडे के लिए फर्जी बजट पेश किया। आप ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री बजट तैयार करने से पहले फ्रीडम पार्क में प्रदर्शन कर रहे लोगों से मिले होते तो वह हकीकत के करीब बजट पेश कर सकते थे। वर्ष 2023-24 के राज्य के बजट पर मीडिया को जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वी रेड्डी ने कहा, ''सीएम बोम्मई ने भाजपा के चुनावी खर्च की व्यवस्था करने के लिए बजट पेश किया है। किसानों को 3 से 5 लाख रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज देने की घोषणा कर डूबती नाव पर और वजन डालकर नष्ट कर रहे है।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में किसानों को कर्ज में डूबने के बजाय एमएसपी और समर्थन मूल्य में इजाफा करना चाहिए था। बेरोजगारी की समस्या को हल करने के लिए बजट में कोई समाधान नहीं है। सिर्फ क्लासरूम बनाने से स्कूलों की समस्या का समाधान नहीं होगा। इस महीने आंगनवाड़ी बच्चों को अंडे और अन्य खाद्य पदार्थ नहीं दिए गए हैं।
आप नेता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट पेश करने से पहले अगर फ्रीडम पार्क जाकर प्रदर्शनकारियों से बात की होती तो लोगों की समस्याएं सामने आ जातीं। पिछले बजट की करीब सौ घोषणाएं बाकी हैं और अब उसी की दोबारा घोषणा की गई है। विभिन्न जिलों में जयदेव हार्ट अस्पताल स्थापित करने का काई प्रस्ताव नहीं है। खेल विश्वविद्यालयों की स्थापना के बारे में भी कोई घोषणा नहीं की गई है।
मेट्रो को तुमकुर तक विस्तारित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। नारियल उत्पादकों के लिए कोई विशेष आर्थिक क्षेत्र घोषित नहीं किया गया है। एथिना होल, कृष्णा नदी के पानी से संबंधित कोई विशेष योजना नहीं है। चिक्काबल्लापुरा और कोलार भागों में पानी मोड़ने के लिए एनएच घाटी के तीन चरण के जल उपचार का कोई प्रस्ताव नहीं है।
आप नेता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री बोम्मई ने राजनीतिक कारणों से राजीव गांधी स्वास्थ्य विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा नहीं की। हाई-टेक रेशम, आम, नारियल, कपास और अरहर के लिए एक परिष्कृत बाजार बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। बजट में कोलार, चिक्काबल्लापुरा, मगड़ी, रामनगर, कनकपुरा आदि जिलों में विशेष औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के बारे में भी उल्लेख नहीं किया गया है।
विशेष विरासत स्थलों की यात्रा के लिए पर्यटकों को आकर्षित करने की कोई विशेष योजना नहीं है। जंगली हाथियों की समस्या के समाधान के लिए कोई स्थायी समाधान की योजना नहीं बनाई गई है। बेलगावी में सुवर्ण सौधा के उपयोग के लिए किसी कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है।
अलमत्ती बांध की ऊंचाई बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। कल्याण कर्नाटक में 25,000 और राज्य में 2.5 लाख रिक्तियों को भरने की कोई घोषणा नहीं है। अनुबंध श्रमिकों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों आदि के लिए कोई नौकरी सुरक्षा की घोषणा नहीं की गई है।
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