बढ़ती गर्मी के साथ राजधानी रांची में बढ़ता जल संकट, पाइपलाइन बिछाने के 6 साल बाद भी जलापूर्ति नहीं
झारखंड की राजधानी रांची के शहरी इलाके में नल से जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाए छह साल बीत गए हैं, बावजूद अब तक इलाके में जलापूर्ति शुरू नहीं की गई है।
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड की राजधानी रांची के शहरी इलाके में नल से जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाए छह साल बीत गए हैं, बावजूद अब तक इलाके में जलापूर्ति शुरू नहीं की गई है। वार्ड-27 स्थित हरमू के इरगू टोली मोहल्ला ड्राई जोन इलाके में आता है। इस वजह से हर साल गर्मी में अप्रैल महीने से ही यहां पानी का संकट शुरू हो जाता है। वर्तमान में भी इलाके की 90 फीसदी बोरिंग ड्राई हो चुके हैं। करीब छह हजार की आबादी वाला यह इलाका पानी के लिए पूरी तरह से निगम के टैंकर व मिनी एचवाईडीटी पर आश्रित है।
यहां के लोगों का कहना है कि निगम व पेजयल विभाग के अधिकारियों की उपेक्षा के कारण हमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत के बावजूद स्थिति जस की तस है। जनता के पैसे से सिर्फ नई-नई योजनाएं लाई जाती हैं। जिस इलाके में पाइप बिछ चुका है वहां वाटर सप्लाई शुरू करने की बजाय, दोबारा पाइपलाइन बिछा पैसे की बर्बादी की जा रही है। रविवार को इरगू टोली में आयोजित हिन्दुस्तान आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान लोगों ने खुलकर अपनी समस्याओं को रखा।
वार्ड नंबर 27 स्थित हरमू के इरगू टोली के लोग पानी को लेकर हो रही परेशानी से अवगत कराते। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।
क्या कहते हैं स्थानीय
पिछले 20 दिनों से प्रतिदिन रात में 4 घंटे बिजली गुल रहती है। इससे बच्चों को पढ़ने-लिखने में दिक्कत होती है। काम से थके हारे घर लौटे लोग रात में सो नहीं पाते हैं। - चंदन सिंह,
लॉकडाउन के समय से यहां के युवा नशाखोरी ज्यादा करने लगे हैं। ड्रग्स, डेंड्राइट, शराब के नशे में धूत रहते हैं। शाम के वक्त पूरे मुहल्ले में अड्डेबाजी करते हैं। महिलाओं को छेड़ते है। पुलिस को इस स्थिति के बारे में जानकारी है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। -खुशबू देवी
बिजली बिल में बढ़ोतरी से परेशानी काफी बढ़ गई है। साल भर से बिजली का बिल दुगुना आ रहा है। मोहल्ले में रोज कमाने खाने वाले लोग हैं , इतना बिल चुका पाना सबके बस की बात नहीं है। इसे कम किया जाना चाहिए। -मालती देवी
रात में चार घंटे बिजली गुल हो जाती है
हरमू के इरगू टोली के लोगों ने कहा पानी के साथ-साथ क्षेत्र में बिजली की भी समस्या है। पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन रात में करीब 4 घंटे बिजली गुल हो जाती है, इससे बच्चों को पढ़ने-लिखने के साथ-साथ काम से थके हारे लौटे लोग चैन की नींद भी नहीं सो पा रहे हैं। लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के समय से यहां के युवाओं में नशाखोरी की लत बढ़ गई है। जगह-जगह अड्डेबाजी बढ़ होती है, जिससे महिलाएं देर शाम घर से बाहर निकलने व आने में असुरक्षित महसूस करती हैं।
इलाके के लोगों की पांच बड़ी समस्याएं
1. पाइपलाइन से जलापूर्ति नहीं शुरू होने से गर्मी के दिनों में निगम के टैंकर पर रहते हैं आश्रित।
2. निगम के एक टैंकर से ही अभी जलापूर्ति की जाती है। साथ ही दोपहर डेढ़ बजे के आसपास टैंकर आता है।
3. प्रतिदिन रात में 4 घंटे बिजली गुल रहने से बच्चों की पढ़ाई बाधित ।
4. लॉकडाउन के समय से इलाके के युवाओं में नशाखोरी की लत बढ़ गई है। जगह-जगह अड्डेबाजी होती है। इससे महिलाओं को परेशानी होती है। 5. पीएम आवास के लिए नए आवेदन नहीं लिए जाने से हो रही है परेशानी।
लोगों ने दिए पांच सुझाव
● इलाके में असामाजिक तत्वों की अड्डेबाजी रोकने के लिए टाइगर पुलिस द्वारा नियमित पेट्रोलिंग की जानी चाहिए।
● सामुदायिक हॉल का निर्माण किया जाए। इससे कई समस्याएं दूर होंगी।
● नगर निगम कूड़ा उठाव के लिए वाहन व वाटर सप्लाई के लिए टैंकर की संख्या बढ़ाए।
● टैंकर से जलापूर्ति की टाइमिंग में बदलाव किया जाए। सुबह नौ बजे से पहले व शाम पांच बजे के बाद सप्लाई की जाए।
● नियमित रूप से फॉगिंग कराया जाए। कुछ दिनों से मच्छरों का आतंक काफी बढ़ गया है।