गड़हा टोली के ग्रामीण कर रहे सीमांकन का विरोध

Update: 2023-04-08 08:29 GMT

राँची न्यूज़: बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित जमीन की सीमांकन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. सीमांकन के साथ अधिग्रहित भूमि को एयरपोर्ट ऑथोरिटी चहारदीवारी बनाकर अपने कब्जे में ले लेगी. इसके साथ ही एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा. रांची एयरपोर्ट प्रबंधन ने इस भूमि के सीमांकन की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. लेकिन सीमांकन शुरू होते ही गड़हाटोली के लोग इसके विरोध में उठ खड़े हुए हैं.

तीन दिन पहले सीमांकन प्रक्रिया के सिलसिले में गए प्रबंधन के अधिकारियों को स्पष्ट बता दिया कि वह गड़हा टोली स्थित जमीन से तब तक नहीं हटेंगे, जब तक कि उनकी मांगे पूरी नहीं कर दी जाती. उनकी इस मांग के बाद अधिकारी वापस एयरपोर्ट आ गए.

20-20 डिसमिल भूमि की मांग कर रहे विस्थापित गड़हाटोली समेत एयरपोर्ट के आसपास के विस्थापित अपनी पुश्तैनी जमीन को छोड़ने के बदले में 20-20 डिसमिल जमीन की मांग कर रहे हैं. यह मांग ओबरिया, कुटे और हेथु मौजा में की जा रही है. इस मामले में सरकार ने रुख स्पष्ट नहीं किया है. वह सीटीओ मौजा में प्रत्येक विस्थापितों को दो-दो डिसमिल भूमि देने की योजना बना रही है, लेकिन विस्थापित ने इसे भी खारिज कर दिया है.

रनवे बढ़ाने के साथ कैट-2 से लैस होगा एयरपोर्ट बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए 373 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है. इस जमीन से एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाना है. इससे एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार किया जाएगा.

इसकी लंबाई करीब दो हजार मीटर तक और बढ़ायी जाएगी. इसकी वर्तमान लंबाई तकरीबन 2,900 मीटर है. साथ ही कैट-2 उपकरण लगाया जाएगा. इससे खराब मौसम के दौरान विमानों को यहां उतरने में आसानी होगी.

विस्तारीकरण के विरोध में विस्थापितों की ओर से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट विस्थापित मोर्चा के नेतृत्व में यह आंदोलन किया जा रहा है. एयरपोर्ट के आसपास के 14 गांवों के विस्थापित इस संगठन में शामिल हैं. गत जनवरी और फरवरी माह में मुआवजा और क्षतिपूर्ति राशि के लिए एयरपोर्ट परिसर और सीओ का घेराव किया जा चुका है.

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