झारखंड के खलारी में बंद भूमिगत कोयला खदान में लगी भीषण आग, रात भर नहीं सोते ग्रामीण

झारखंड के खलारी में सीसीएल एनके एरिया केडीएच प्रोजेक्ट के करकट्टा स्थित बंद पड़ी भूमिगत कोयला खदान में भीषण आग लग गई है। बु

Update: 2022-02-17 03:41 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड के खलारी में सीसीएल एनके एरिया केडीएच प्रोजेक्ट के करकट्टा स्थित बंद पड़ी भूमिगत कोयला खदान में भीषण आग लग गई है। बुधवार दोपहर से खदान से आग की ऊंची-ऊंची लपटों के साथ धुएं का गुबार उठ रहा है। धुआं आसपास की कॉलोनियों में भी फैल रहा है। इस संबंध में केडीएच क्षेत्र के जीएम संजय कुमार ने कहा कि अवैध खनन के लिए मुहाना खोलने से आग विकराल हुई। आग कम होने के बाद मुहाने को बंद किया जाएगा। जल्द यहां फेंसिंग की व्यवस्था की जाएगी

खदान की आग न बुझी तो ३ बस्तियों पर धंसान का डर
खलारी के बंद कोयला खदान में लगी भीषण पर जल्द ही आग पर काबू नहीं पाया गया तो बगल की बस्ती खिलान धौड़ा, करकट्टा तथा विश्रामपुर की बड़ी आबादी खतरे में पड़ सकती है।
खलारी पश्चिमी के जिप सदस्य और विश्रामपुर निवासी रतिया गंझू बताते हैं कि तीन दशक पूर्व तक इस पूरे इलाके के नीचे 6 नंबर, 9 नंबर तथा केटू भूमिगत खदान चलती थी। उसमें आग लगी हुई है जो अब ऊपर आ गई है। यह क्षेत्र कभी भी दूसरा झरिया बन सकता है। इधर सीसीएल केडीएच परियोजना के जीएम संजय कुमार के अनुसार अवैध खनन के कारण आग लगी है। आग कम होते ही फिर से डोजरिंग कराकर मुहाने को बंद कराया जाएगा।
अवैध खनन बनी वजह
गौरतलब है कि इस अंडरग्राउंड खदान के तीस साल पहले बंद हो जाने के बाद कुछ साल तक इसे ओपनकास्ट (खुली खदान) के तौर पर चलाया गया। फिर सन 2016 में बीजीआर कंपनी को आउटसोर्सिंग के तहत खदान चलाने को दिया गया। जमीन नहीं मिलने पर 2017 में कंपनी ने काम बंद कर दिया। तब से यह खदान बंद पड़ी है। इसके बाद बंद खदान से ग्रामीण गड्ढा और सुरंग बनाकर अवैध रूप से कोयला खनन करने लगे। अवैध खनन के दौरान खदान के अंदर ग्रामीणों ने 50 से अधिक मुहाना बना रखा है जिसमें हवा के संपर्क में आने से कोयले में आग लग गई थी।
प्रबंधन ने कई बार अवैध मुहानों को कराया था बंद
अवैध खनन की सूचना पर सीसीएल केडीएच प्रबंधन के द्वारा करकट्टा स्थित बंद पड़ी आउटसोर्सिंग कोयला खदान के मुहाने को कई बार बंद कराया गया था। हालांकि हर बार ग्रामीण जान जोखिम में डालकर इन मुहानो के अंदर जाकर कोयला खनन करते हैं।
खदान के चारों तरफ लगी है आग
करकट्टा स्थित बंद खदान में काफी पहले से आग सुलग रही है और भू धंसान भी हो रहा है। अब आग की वजह से बड़ी मात्रा में जंगल भी नष्ट होने लगा है। बताते हैं कि कोयला खनन बंद होने के बाद प्रबंधन से खदान को सही तरीके से बंद नहीं किया और न ही आग बुझाने का कोई खास प्रयास किया। यही वजह है कि धीरे-धीरे सुलगती आग अब विकराल रूप धारण कर चुकी है।
आग कम होने पर बंद कराएंगे मुहाना : जीएम
बंद खदान में आग लगने की जानकारी मिलने के बाद हिंदुस्तान से बातचीत करते हुए केडीएच क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय कुमार ने कहा कि अवैध खनन के कारण बार-बार मुहाना खोल देने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है। आग कम होने के बाद फिर से मुहाने को डोजरिंग कराकर बंद किया जाएगा। आग प्रभावित हिस्से की ओर ग्रामीणों का आना-जाना न हो, इसके लिए फेंसिंग कराने की भी व्यवस्था की जाएगी।
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