स्टेट न्यूज़: गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जनावल गांव में प्रतिबंधित संगठन जेजेएमपी (झारखंड मुक्ति जन परिषद) के नक्सलियों ने एक महिला और उसकी तीन वर्षीय मासूम बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना सोमवार देर रात की है। पुलिस ने मंगलवार को दोनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों का निशाना संगठन का पूर्व सदस्य अमरजीत लकड़ा था। सोमवार की रात अमरजीत अपनी पत्नी नेहा नीति कुजूर, पांच वर्षीय पुत्र अनुज और तीन वषीर्या पुत्री बेटी अनन्या कुजूर के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था। इसी दौरान पहले से जनावल कंचन मोड़ के समीप घात लगाए बैठे नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अमरजीत की पत्नी नेहा नीति कुजूर और तीनवर्षीय मासूम बेटी अनन्या कुजूर की मौके पर ही मौत हो गयी। इस हमले में अमरजीत को भी गोलियां लगी, लेकिन वह किसी तरह भागने में सफल रहा। हालांकि मंगलवार को पुलिस ने घायल अमरजीत को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ भी पुलिस में कई मामले दर्ज हैं। बताया जाता है कि बीते अक्टूबर में उसने उसने घाघरा थाना क्षेत्र में अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर जेजेपी के सुप्रीमो कमांडर सुकरा उरांव की हत्या कर दी थी औरसंगठन में जमा रुपये एवं कई हथियार लेकर फरार हो गया था। इसके बाद से ही संगठन के लोग उसकी तलाश में जुटे थे।
अमरजीत की पत्नी और बच्ची की हत्या की वारदात की जानकारी पुलिस को तब हुई, जब मंगलवार को ग्रामीणों ने उनके शव के पास पांच वर्षीय बच्चे को रोते हुए देखा। सूचना पाकर चैनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सीरिल मरांडी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।