पीएम मोदी के देवघर दौरे को लेकर चप्पे-चप्पे पर तगड़ी सुरक्षा, बम-डॉग स्क्वायड टीम कर रही कैंप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को देवघर पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री भले कुछ ही घंटे देवघर की धरती पर रहेंगे लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर फुलप्रूफ व्यवस्था की जा रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को देवघर पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री भले कुछ ही घंटे देवघर की धरती पर रहेंगे लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर फुलप्रूफ व्यवस्था की जा रही है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के बाद से एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी और सख्त कर दी गई है। पिछले कई दिनों से पीएम की सुरक्षा में लगी एसपीजी की टीम देवघर में कैंप कर व्यवस्थाओं पर सतत नजर रख रही है।
एसपीजी के अधिकारी, स्थानीय पुलिस-प्रशासन की टीम के साथ प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहने वाले लोगों के साथ बैठक कर पूरी व्यवस्था व प्रोटोकॉल से अवगत करा रही है। जानकारी के अनुसार देवघर एयरपोर्ट में सीमित लोगों के बीच होने वाले शिलान्यास-उद्घाटन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री मोदी को बाबा वैद्यनाथ मंदिर पूजा-अर्चना के लिए जाना है।
योजना के अनुसार मंगलवार को पुरोहितों की ओर से की जाने वाली बाबा वैद्यनाथ की प्रात: कालीन कांचा जल पूजा व सरकारी पूजा के उपरांत आम श्रद्धालुओं की पूजा पर रोक लगा दी जाएगी। एसपीजी के कंट्रोल में आने वाले पूरे परिसर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। जानकारी के अनुसार बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण के सभी 22 मंदिरों में कोई भी व्यक्ति नहीं रह पाएगा। यहां तक कि अपनी गद्दी पर भी पुरोहित नहीं रहेंगे।
गद्दी पर सिर्फ उन्हीं पुरोहितों व लोगों को रहने की अनुमति प्रदान की जाएगी, जिनके नाम सूचीबद्ध किए जा रहे हैं। यही नहीं प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान उनके नजदीक रहने वाले सूचीबद्ध होने वाले सभी लोगों की क्राइम हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है। बम स्क्वायड टीम, डॉग स्क्वायड टीम सहित अन्य कई टीमें यहां कैंप कर रही हैं।
वैसे बाबा मंदिर प्रांगण में पीएम के स्वागत में शंखनाद, वैदिक मंत्रोच्चार, कीर्तन, भजन जैसी मंडलियों की उपस्थिति का भी प्रस्ताव दिया गया है, जिस पर गहन मंथन हो रहा है। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बाबा मंदिर आगमन के दौरान पुरोहितों ने अपनी गद्दी पर बैठकर उनका अभिवादन किया था। ऐसे में सभी पुरोहितों को भरोसा है कि प्रधानमंत्री के बाबा मंदिर के आगमन के क्रम में भी उन्हें इस प्रकार का अवसर मिलेगा।