मानगो के इन इलाकों में है भयंकर जल संकट, बूंद बूंद को तरस रहे लोग

गर्मी के दस्तक देते ही मानगो के दर्जन भर से अधिक इलाकों में लोगों की हलक सूखने लगी है.

Update: 2024-03-15 05:12 GMT

जमशेदपुर : गर्मी के दस्तक देते ही मानगो के दर्जन भर से अधिक इलाकों में लोगों की हलक सूखने लगी है. इन इलाकों में जलापूर्ति की कोई सुविधा नहीं है. ना तो हैंडपंप है और ना ही नगर निगम ने यहां डीप बोरिंग कराई है. इसके चलते लोगों को दूर दराज से पानी लाना पड़ता है. अगर किसी दिन मानगो नगर निगम का टैंकर पहुंच गया तो इलाके के लोगों की बल्ले बल्ले हो जाती है. क्षेत्र की महिलाएं घर की बाल्टी से लेकर छोटे-छोटे बर्तन तक लाती हैं. क्योंकि, उन्हें पता नहीं आज टैंकर आया तो कब पानी नसीब होगा.

फोन नहीं उठाते नगर निगम के अधिकारी
इलाके के लोगों का कहना है कि जब भी पानी के लिए नगर निगम के अधिकारियों को फोन किया जाता है. तो कोई फोन नहीं उठाता. मानगो नगर निगम जाने पर कोई मुलाकात नहीं करता. बता दिया जाता है कि अभी सब व्यस्त हैं. बाद में आइए. बाद में जाने पर भी अधिकारी मिलने के लिए तैयार नहीं होते. तो ऐसे में जनता किसए अपनी समस्या बताए.
इलाके में कभी कभार पहुंचता है टैंकर
शंकोसाई रोड नंबर एक की निर्मला बताती हैं कि कभी कभार टैंकर आता है. 10 -12 दिन में एक बार टैंकर के दर्शन होते हैं. सुखना बस्ती की एक महिला रेशम का कहना है कि गर्मी शुरू होते ही वह लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं. कई बार शिकायत करने पर 15 दिन में एक बार टैंकर भेजा जाता है. पारडीह चौक की रहने वाली महिला सुमित्रा बताती हैं कि उन लोगों ने कई बार कोशिश की कि उनके इलाके में जल संकट का स्थाई समाधान हो जाए. लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है. मानगो का जलापूर्ति प्लांट भी हर घर में पानी नहीं दे पा रहा है. यही नहीं कई लोगों के पास इतना पैसा नहीं है कि वह कनेक्शन ले सकें.
मानगो में दर्जनों डीप बोरिंग खराब
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मानगो नगर निगम हैंडपंप भी ठीक नहीं करा रहा है. मैंगो इलाके की कई डीप बोरिंग खराब पड़ी हैं. महिलाओं का कहना है कि उनके घर के लोग सुबह-सुबह ही काम पर चले जाते हैं. ऐसे में पानी भरने की जिम्मेदारी उन्हीं पर रहती है. घर की बेटियां और महिलाएं मिलकर दिन भर पानी ढोती हैं. उनका सारा दिन इसी में लग जाता है. बच्चे पढ़ नहीं पाते. लेकिन, नगर निगम इधर ध्यान नहीं दे रहा है. मानगो के समाजसेवी राजेश कुमार कहते हैं कि मानगो नगर निगम के अधिकारी सिर्फ इस बात में लगे रहते हैं कि कहां बिल्डिंग बन रही है. अवैध तरीके से बनाई जा रही बिल्डिंग के मालिक को नोटिस जारी होती है और फिर कुछ दिन बाद मामला रफा दफा कर दिया जाता है. बिल्डिंग फिर तैयार हो जाती है. जनता की समस्याओं की तरफ से मानगो नगर निगम का कोई लेना देना नहीं है.
मानगो के इन इलाकों में है भयंकर जल संकट
शंको साई रोड नंबर 1, शंकोसाई रोड नंबर 5, केंदुकोचा, शंकोसाई रोड नंबर 5 हयात नगर, पारडीह चौक, बालिगुमा, सुखना बस्ती, बागान शाही रोड नंबर 7, जवाहर नगर रोड नंबर 5, जवाहर नगर रोड नंबर 6, लक्ष्मण नगर, शांति नगर, पोस्ट ऑफिस रोड, सुभाष कॉलोनी, उलीडीह आदि.


Tags:    

Similar News

-->