अपने प्रेमी के साथ टाटा यशवंतपुर एक्सप्रेस से बेंगलुरु जा रही थी लड़की, चक्रधरपुर RPF ने किया परिजनों के हवाले
घर में परिजनों को गलत जानकारी देकर अपने प्रेमी के साथ भाग रही एक 20 वर्षीय युवती को चक्रधरपुर आरपीएफ ने चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर उतार उसके परिजनों को सौंप दिया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। घर में परिजनों को गलत जानकारी देकर अपने प्रेमी के साथ भाग रही एक 20 वर्षीय युवती को चक्रधरपुर आरपीएफ ने चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर उतार उसके परिजनों को सौंप दिया. बताया जा रहा है कि लड़की अपने 27 वर्षीय प्रेमी के साथ बेंगलुरु जा रही थी. जमेशदपुर के कदमा उलियान की एक लड़की घर वालों को गलत जानकारी देकर अपने प्रेमी के साथ शुक्रवार रात टाटा यशवंतपुर एक्सप्रेस से बेंगलुरु जा रही थी. लड़की ने अपने घर में बताया था कि वह अपनी छह सहेलियों के साथ बेंगलुरु घूमने जा रही है. लेकिन जब लड़की का भाई उसे स्टेशन छोड़ने जाने लगा तो वह आनाकानी करने लगी. लड़की के मना करने पर उसके भाई को शक हुआ और उसने टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंच जांच पड़ताल की. लेकिन इस बीच ट्रेन स्टेशन से जा चुकी थी.
लड़की के परिजनों ने लड़के पर नहीं कराया किसी प्रकार का मामला दर्ज
लड़की के भाई ने इसकी जानकारी टाटानगर रेलवे स्टेशन में आरपीएफ को दी और लड़की को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर उतारने का आग्रह किया. इसकी सूचना तत्काल टाटानगर आरपीएफ द्वारा चक्रधरपुर आरपीएफ को दे दी गई. वहीं, ट्रेन जब चक्रधरपुर पहुंची तो लड़की व उसके साथ में जा रहे लड़के को ट्रेन से उतारकर चक्रधरपुर आरपीएफ पोस्ट ले आया गया. वहां लड़की की मां व भाई टाटा बिलासपुर ट्रेन से रात लगभग रात 11 बजकर 15 मिनट पर चक्रधरपुर पहुंचे और कागजी कार्रवाई के बाद लड़की को देर रात लगभग 2 बजे टाटानगर ले गए. हालांकि लड़की के परिजनों द्वारा लड़के पर किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं कराया गया. आरपीएफ पोस्ट में लड़के को बैठाकर पूछताछ किया जा रहा था.
लड़की ने भाई को भेजा था गलत पीएनआर नंबर
लड़की के भाई ने बताया कि उसकी बहन ने घर में यह बताया था कि वह अपनी छह सहेलियों के साथ बेंगलुरु जा रही है. लेकिन स्टेशन छोड़ देने की बात पर वह मना करने लगी. साथ ही उसने जो मुझे पीएनआर नंबर भेजा, वह एडिट किया हुआ था. पीएनआर नंबर जब मैंने चेक किया तो पाया कि छह लड़कियां नहीं बल्कि वह एक लड़के के साथ जा रही है, जो दूसरे समुदाय का है. किसी अनहोनी को लेकर मैंने इस बारे में आरपीएफ को बताया. लड़की के भाई ने बताया कि सहेलियों के साथ घूमने जाने की बात बहन द्वारा बताए जाने पर उसने अपनी बहन को घूमने के लिए पैसे भी दिए थे. पिता का पूर्व में देहांत होने के कारण बहन से हमेशा प्यार से ही बेहतर बर्ताव करता रहा, लेकिन बहन ने मुझे और मेरी मां को झूठ बोला. लड़की के भाई ने बताया कि उसने पहले कभी उस लड़के को नहीं देखा था, जिसके साथ उसकी बहन भाग रही थी. बहन ने लड़के के बारे में कभी घर में भी नहीं बताया था.
सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों में हुआ था प्यार
लड़के के साथ बेंगलुरु जाने वाली लड़की ने आरपीएफ को बताया कि सोशल मीडिया के जरिए वे दोनों संपर्क में आए थे. इसके बाद दोस्ती प्यार में बदल गई. लड़की ने कहा कि मैं अपने घर में बताकर जा रही थी, हां मैंने झूठ बोला था की मैं किसी लड़के के साथ जा रही हूं, जो दूसरे धर्म का है. वहीं, युवक ने बताया कि वह बेंगलुरु में किसी कंपनी में काम करता है. लड़की के आग्रह पर उसे घुमाने बैंगलोर लेकर जा रहा था. इसमें उसकी कोई गलती नहीं है. विदित हो कि दोनों ही जमशेदपुर के रहने वाले हैं.
युवक के साथ जाने पर अड़ी थी युवती
भाई व मां के चक्रधरपुर आने पर दोनों ने लड़की को खूब समझाया, लेकिन लड़की युवक के साथ जाने पर अड़ी थी. वह बार-बार कह रही थी कि उसे जमशेदपुर नहीं जाना है, बल्कि युवक के साथ बेंगलुरु जाना है. साथ ही लड़की अपने भाई और मां के साथ बदतमीजी से भी पेश आ रही थी. लेकिन आरपीएफ जवानों द्वारा काफी समझाने के बाद लड़की अपनी मां व भाई के साथ घर गई.