राँची न्यूज़: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 27 फरवरी से 24 मार्च तक के लिए आहूत है. सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने भाजपा को नेता प्रतिपक्ष का चयन करने की सलाह दी है. पिछले तीन साल से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है.
स्पीकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वे जल्द नेता प्रतिपक्ष पर निर्णय लेंगे. उनकी भी इच्छा है कि नेता प्रतिपक्ष का चयन हो. उनका इशारा भाजपा की तरफ नहीं है, लेकिन संख्या बल के हिसाब से भाजपा सदस्यों का यह अधिकार बनता है कि सदन में उनका नेता प्रतिपक्ष हो. संख्या बल के हिसाब से भाजपा झारखंड विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.
एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए स्पीकर बोले, बाबूलाल मरांडी को भाजपा ने विधायक दल का नेता चुना था, लेकिन इसमें कई विसंगतियां सामने आईं. स्पीकर न्यायाधिकरण में नेता प्रतिपक्ष मामले का निस्तारण हो गया है, लेकिन निस्तारण होने के क्रम में ही वे (बाबूलाल मरांडी) कोर्ट में चले गए. वे न्यायाधिकरण के खिलाफ हाईकोर्ट में गए हैं. न्यायाधिकरण पर उनको भरोसा नहीं है. उच्च न्यायालय का निर्णय आने से पहले अगर स्पीकर न्यायाधिकरण फैसला सुना देता तब भी वे सवाल उठाते. कहते कि उच्च न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा भी स्पीकर ने नहीं की.
विधानसभा अध्यक्ष ने भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें बजट सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के सदस्यों का सकारात्मक सहयोग मिलेगा, ताकि लोगों की अधिक से अधिक समस्याओं का समाधान सदन के माध्यम से कराया जा सके. उन्होंने कहा कि हर वित्तीय वर्ष के प्रारंभ में संसद के बजट के दौरान सभी राज्यों में बजट सत्र आहूत किया जाता है.