झारखंड: चतरा के ईटखोरी थाना क्षेत्र में हुए शालिग्राम उपाध्याय ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस ने 24 घंटों के भीतर खुलासा कर दिया है. एसपी राकेश रंजन द्वारा चतरा एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. एसआईटी के अनुसार मृतक की पत्नी ही इस ब्लाईंड मर्डर केस की मास्टरमाइंड थी. उसने ही अपने दो सगे भाईयों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था. एसडीपीओ ने बताया कि मामले की जांच कर रही एसआईटी ने मृतिका की मास्टरमांइड पत्नी सावित्री देवी व दो साले राहुल कुमार पंडित व विशाल कुमार उर्फ केतू पंडित को गिरफ्तार कर लिया है.
ब्लाइंड मर्डर केस का 24 घंटे में खुलासा
साथ ही हत्या में प्रयुक्त चाकू, अभियुक्त राहुल कुमार का खून से सना शर्ट व पजामा समेंत घटना के दौरान उपयोग किया गया. विभिन्न कंपनियों का हत्यारों का दो मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान एसआईटी को बताया कि मृतक शालिग्राम उपाध्याय अपनी बीमार पत्नी का ईलाज तक नहीं कराता था. इसके अलावे इलाज कराने की बात कहने पर मृतक के द्वारा शराब पीकर भी आए दिन बेरहमी से बीमार पत्नी के साथ मारपीट की जाती थी. साथ ही उसके द्वारा व्यवसाय करने के नाम पर गरीब ससुराल वालों से ट्रेलर की मांग भी की जाती थी. उसके इसी रवैये से नाराज पत्नी व सालों ने षड्यंत्र के तहत शालिग्राम को चतरा से इटखोरी बुलाकर पहले शराब पिलाया. फिर उसके बाद सुनसान झोपड़ीनुमा होटल में उसे चाकू गोदकर मौत के घाट उतार दिया और मौके से सभी भाग निकले.
पत्नी ने दिया घटना को अंजाम
एसआईटी का नेतृत्व कर रहे एसडीपीओ ने बताया कि मृतक के जीजा बबलू दास के लिखित शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर तत्परता से यह कार्रवाई की है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार राहुल व विशाल सदर थाना क्षेत्र के ऊंटा मोड़ के रहने वाले हैं. वहीं, मृतक शालिग्राम सदर थाना क्षेत्र के दुधौरी गांव के निवासी थे. ऊंटा मोड़ उसका ससुराल था. गौरतलब है कि विगत 24 अगस्त को इटखोरी चौक के समीप स्थित मनोज पासवान के झोपड़पट्टी होटल से शालिग्राम उपाध्याय का खून से सना शव पुलिस ने बरामद किया था. जिसके बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच में जुट गई थी.