रिम्स में संजीव सिंह को जान का खतरा

Update: 2023-07-19 12:50 GMT

धनबाद न्यूज़: झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह ने धनबाद मंडल कारा अधीक्षक को पत्र लिख संजीव सिंह का इलाज धनबाद के ही निजी अस्पताल में कराने का आग्रह किया है. मंडल कारा अधीक्षक को लिखे पत्र में रागिनी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रिम्स में इलाज नहीं कराने का आग्रह किया है. उन्होंने धनबाद के तीन अस्पताल असर्फी, एशियन जालान या पाटलिपुत्र में इलाज कराने का आग्रह किया है. इलाज का खर्च वहन करने की भी बात लिखी है. मालूम हो कि नीरज हत्याकांड के आरोप में संजीव सिंह जेल में बंद हैं.

रागिनी ने पत्र में लिखा है कि धनबाद जेल में कई वर्षों से बंद उच्च श्रेणी बंदी पूर्व विधायक संजीव सिंह काफी दिनों से बीमार हैं. समय-समय पर उन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है. वे कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो गए हैं. जेल के अंदर और बाहर कई बार मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया. मेडिकल बोर्ड के ने भी उन्हें बेहतर इलाज के लिए उच्च संस्थान ले जाने की अनुशंसा की है. सरकारी अस्पतालों की स्थिति से सभी अवगत हैं. स्पेशलिस्ट निजी अस्पताल के पास बेहतर सुविधाएं हैं. फिलहाल एसएनएमसीएच में वे इलाजरत हैं. मेडिकल बोर्ड ने भी उन्हें उच्च स्पेशलिस्ट अस्पताल में ले जाने की अनुशंसा की है. जिस प्रकार की बीमारियों से संजीव ग्रसित हैं, उसका समुचित इलाज राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल में नहीं है. बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची ले जाने की स्वीकृति कोर्ट ने दी है, लेकिन रिम्स रांची में उनकी जान को खतरा है. विपक्षी कांड के सूचक पक्ष वर्तमान झारखंड सरकार से जुड़े लोग हैं. आशंका है कि रिम्स के चिकित्सक जो झारखंड सरकार के अधीनस्थ कर्मचारी हैं, सरकार के दबाव में मेरे पति का समुचित इलाज नहीं करेंगे. कांड के सूचक पक्ष सत्तारूढ़ कांग्रेस के लोग हैं जबकि मेरे पति भाजपा के पूर्व विधायक हैं. इसलिए उनका समुचित इलाज धनबाद के निजी व स्पेशलिस्ट अस्पताल जैसे कि असर्फी, एशियन जालान या पाटलिपुत्र अस्पताल में किया जाना चाहिए. इसका सारा खर्च स्वयं वहन करने के लिए तैयार हूं.

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