Ranchiरांची : बड़गाईं जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार आरोपी शेखर कुशवाहा को ईडी ने गुरुवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया. जहां ईडी ने अदालत से रिमांड पर लेने की इजाजत मांगी. जिस पर बचाव पक्ष के अधिवक्ता अभिषेक कृष्ण गुप्ता ने विरोध किया. फिलहाल कोर्ट ने शेखर कुशवाहा को जेल भेजा दिया है. आज उनकी रात बिरसा मुंडा जेल में ही बीतेगी. कल शुक्रवार को एक बार फिर से पीएमएमलए कोर्ट में पेश किया जायेगा. जहां कोर्ट REMAND पर फैसला देगी.
शेखर कुशवाहा गिरफ्तार किये जाने वाला 22वां अभियुक्त
बता दें कि इस मामले में पहले ही पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, रांची के तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन, झामुमो नेता अंतु तिर्की सहित कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. शेखर कुशवाहा जमीन घोटाले में गिरफ्तार किया जानेवाला 22वां अभियुक्त है.
शेखर बड़गाईं अंचल की जमीन खरीद बिक्री में शामिल
फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन की खरीद-बिक्री के मामले की जांच के दौरान ईडी ने पाया कि शेखर बड़गाईं अंचल के गाड़ी मौजा की 4.83 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री में शामिल है. ईडी द्वारा KOLKATA रजिस्ट्री कार्यालय के तापस घोष, संजीत और हजारीबाग के डीड राइटर इरशाद अख्तर की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इस जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित जानकारी मिली थी.
कई लोगों के साथ मिलकर तैयार की थी फर्जी सेल डीड
गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों ने इस जमीन की खरीद-बिक्री में शेखर की भूमिका से संबंधित जानकारी दी थी. जांच में पाया गया कि शेखर महतो उर्फ शेखर कुशवाहा ने सद्दाम हुसैन, अफसर अली और प्रिय रंजन सहाय के साथ मिल कर वर्ष 1974 की फर्जी सेल डीड तैयार की थी. कोलकाता के रजिस्ट्री कार्यालय में रखे मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर तैयार किये गये इस सेल डीड का नंबर 3954 था. इस सेल डीड में 4.83 एकड़ जमीन शामिल है. सरकारी दस्तावेज के अनुसार, इस जमीन का मालिक तेतरा भोक्ता है. लेकिन दस्तावेज में जालसाजी कर रमेंद्र घोषाल को जमीन का मालिक बनाया गया. इसके बाद बड़गाईं अंचल के राजस्व कर्मचारी के साथ साजिश रच कर रजिस्टर-2 में रमेंद्र घोषाल का नाम जमीन के मालिक के रूप में दर्ज किया गया.
ठोस सबूत जुटाने के बाद ED ने शेखर को भेजा था समन
गौरतलब है कि ईडी को जमीन घोटाले की जांच के पहले चरण में अफसर अली सहित अन्य के ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान शेखर कुशवाहा के भी जमीन के कारोबार में शामिल होने की जानकारी मिली थी. पहले चरण के दौरान मिली सूचनाओं के आधार पर ईडी ने आगे की जांच जारी रखी. शेखर के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने के बाद ईडी ने उसे समन भेजा. समन के आलोक में वह 12 जून को पूछताछ के लिए इडी के क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित हुआ. यहां लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने बुधवार की देर शाम उसे गिरफ्तार कर लिया.