न्याय की गुहार लगाने पर पुलिस ने की युवक की बेदम पिटाई

पश्चिम सिंहभूम जिले के कुमारडूंगी थाना क्षेत्र के युवक को चाईबासा पुलिस (Chaibasa Police) के ट्विटर एकाउंट पर टैग (Twitter account tag) कर न्याय की गुहार लगाना महंगा पड़ गया.

Update: 2021-11-24 06:23 GMT

जनता से रिश्ता। पश्चिम सिंहभूम जिले के कुमारडूंगी थाना क्षेत्र के युवक को चाईबासा पुलिस (Chaibasa Police) के ट्विटर एकाउंट पर टैग (Twitter account tag) कर न्याय की गुहार लगाना महंगा पड़ गया. युवक का आरोप है कि कुमारडूंगी थाना प्रभारी और एएसआई ने ना सिर्फ उसे फोन पर धमकाया बल्कि रात को ही थाने बुलाया, नहीं आने पर उसके घर छापेमारी कर पिटाई करते हुए थाने ले जाया गया.

युवक का कहना है कि ट्विटर (Twitter) पर टैग कर शिकायत करने के बाद मामले में कुमारडुंगी थाना पुलिस ने अपनी ताकत दिखाते हुए उसे पहले तो फोन कर धमकाया. उसके बाद फिर उसे रात को थाने बुलाया गया. थाना ना जाने पर एक अपराधी की तरह उसके घर छापामारी की गई और उसके साथ अपराधियों के जैसा व्यवहार कर पीटते हुए थाने ले जाया गया. थाने में पहुंचकर थाना प्रभारी अंकिता सिंह और एएसआई प्रकाश कुमार ने उसकी की डंडे से पिटाई भी की. पुलिस प्रशासन की इस हरकत से नाराज रमेश बेहरा ने न्याय की गुहार लगाते हुए मंगलवार को पुलिस अधिक्षक, पश्चिम सिंहभूम का दरवाजा खटखटाया. इसके साथ ही न्याय की गुहार लगाते पुलिस महानिदेशक रांची, डीआईजी कोल्हान प्रमंडल और मुख्यमंत्री को आवेदन लिखा.
कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के लखिमपोसी गांव निवासी रमेश बेहरा ने चाईबासा पुलिस (Chaibasa Police) के ट्वीट एकाउंट पर 20 नवंबर को एक ट्वीट किया था. रमेश बेहरा ने बताया कि झींकपानी सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम में पढ़ाई करने के लिए प्लस टू उच्च विद्यालय कुमारडुंगी के छात्र होलिन बेहरा को लैपटाॅप दिया गया था. होलिन बेहरा लखिमपोसी गांव का निवासी है. पुरुस्कृत किया गया लैपटाॅप को प्लस टू उच्च विद्यालय कुमारडुंगी के शिक्षक अनमोल रतन रुंडा ने रख लिया था. उसी को वापस दिलाने की मांग करते हुए चाईबासा पुलिस (Chaibasa Police) के ट्वीट एकाउंट (Twitter account) पर टैग कर विनती की थी.
पीड़ित रमेश बेहरा ने बताया की सोमवार की रात करीब आठ बजे कुमारडुंगी थाना प्रभारी अंकिता सिंह ने उसे काॅल किया था. काॅल कर धमकी देते हुए थाना बुलाया. रमेश ने बताया की रात होने और शरीर स्वस्थ्य नहीं होने के कारण उसने सुबह थाने जाने की बात कही. इसपर थाना प्रभारी ने धमकी देते हुए कहा कि नहीं आने पर उसे मारते हुए पूरे रोड पर घुमाएंगे और उसे अभी ही आना होगा. रमेश का कहना है कि जब उसने बोला कि उसने कोई अपराध नहीं किया सिर्फ पुलिस से मदद मांगी है तो थाना प्रभारी ने कहा कि सोशल मीडिया तुम्हारे घर की दीवार नहीं है जो कुछ भी लिख दोगे. रमेश का आरोप है कि बात करने के कुछ देर बाद ही थाना बल एएसआई प्रकाश कुमार उसके पहुंचे और दरवाजा खोलते ही पत्नी और बच्चों के सामने पीटना शुरू कर दिया. वहां से पीटते हुऐ थाने ले गए और फिर थाने में थाना प्रभारी अंकिता सिंह और एएसआई प्रकाश कुमार ने डंडे से पीटाई की.


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