Chandil में जंगली हाथियों के उत्पात से त्राहिमाम कर रहे चांडिल अनुमंडल के लोग

Update: 2024-10-29 09:35 GMT
Chandil चांडिल : जंगली हाथियों के उत्पात से ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता त्राहिमाम कर रही है. आए दिन हाथियों का झुंड आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचकर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. ऐसे में लोग भयभीत होकर दिन गुजारने पर मजबूर हैं. सोमवार की रात भी अनुमंडल के अलग-अलग स्थानों में जंगली हाथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. दो की संख्या में जंगली हाथी चांडिल बाजार के निकट गांगुडीह पुनर्वास स्थल पहुंचे. यहां एक चहारदीवारी को तोड़कर अंदर घुसे और केले के पेड़ों पर लगे फल को अपना खाकर पेड़ों को नष्ट कर दिया. वहीं सामने स्थित एक मकान को क्षतिग्रस्त कर अनाज खा गये. सोहराय परब के लिए बनाकर रखे गए हंड़िया भी दोनों हाथी पी गये. पुनर्वास स्थल में जंगली हाथी के पहुंचने के बाद लोग दहशत में है. लोगों ने सुबह इसकी जानकारी वन विभाग को दी. वनकर्मियों ने पुनर्वास स्थल पहुंचकर
क्षति का जायजा लिया.
 खेत में लगी फसल को किया बर्बाद
चांडिल वनक्षेत्र के रसुनिया में सोमवार की रात तीन जंगली हाथी खेत में लगी फसल को खा गये. बताया जाता है कि झुंड से अलग होकर तीन जंगली हाथी रसुनिया पहुंचे और अपनी भूख मिटाने के लिए गांव के शशांक शेखर महतो के खेत में घुस गए. जंगली हाथियों ने फसल खाने के साथ पैरों से रौंदकर नुकसान भी पहुंचाया. ग्रामीणों ने बताया कि रसुनिया पहाड़ में 17 की संख्या में हाथियों का झुंड डेरा जमाए हुए है. उसी झुंड से अलग-अलग बंटकर हाथी आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं. झुंड से अलग होकर दो की संख्या में हाथी गांगुडीह पुनर्वास स्थल पहुंचे थे और तीन की संख्या में रसुनिया पहुंचे थे. ग्रामीणों ने बताया कि झुंड से अलग घूम रहा दंतैल हाथी भी नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के तिल्ला, रामनगर, होदागोड़ा आदि क्षेत्र में घूम रहा है. ऐसे में शाम ढलने के बाद लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. लोग खेत में लगी अपनी फसल की भी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं.
 जानकारी क्यों नहीं देते वनकर्मी
जंगली हाथियों के आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचने की जानकारी वन विभाग ग्रामीणों तक नहीं पहुंचाते हैं. गांव के अजय कुमार महतो ने कहा कि वन विभाग को जंगली हाथियों के पहुंचने की जानकारी देकर लोगों को सावधान करना चाहिए, ताकि किसी प्रकार का नुकसान नहीं हाे. सरकार की व्यवस्थाओं की जानकारी विभाग से मांग कर उसे सार्वजनिक किया जाएगा. ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग की ओर से रसुनिया पंचायत में हाथी भगाने के लिए जिन लोगों को रखा गया है, वे सिर्फ अपनी खेतों की सुरक्षा करते हैं
Tags:    

Similar News

-->