आदित्यपुर में चल रही विकास योजनाएं बालू और गिट्टी की अनुपलब्धता से, सड़कों का रीस्टोरेशन व पानी टंकी का निर्माण कार्य ठप

आदित्यपुर में चल रही विकास योजनाएं बालू और गिट्टी की अनुपलब्धता से ठप है.

Update: 2022-08-02 04:58 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आदित्यपुर में चल रही विकास योजनाएं बालू और गिट्टी की अनुपलब्धता से ठप है. इस संबंध में नोडल अधिकारी सिटी मैनेजर अजय कुमार ने बताया कि बालू और गिट्टी की वजह से सड़कों का रीस्टोरेशन और पानी टंकी का निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद है. विदित हो कि आदित्यपुर नगर निगम में 2018 से जारी सीवरेज योजना में 5 साल बीतने के बाद भी योजना का काम विभिन्न विभागों और लोकल इश्यू के कारण अटका पड़ा है. ऐसे में अब इन योजनाओं को पूरा करने में बालू और गिट्टी की अनुपलब्धता खलनायक बन गई है. सीवरेज योजना की ग्राउंड रिपोर्ट में जो बात सामने आई है, उसमें कुल 42 किमी का कार्य वन विभाग, पथ निर्माण विभाग और आवास बोर्ड के एनओसी की वजह से फंसा है.

42 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने व 2 पम्पिंग स्टेशन को बनाने में हो रही है बाधा
उल्लेखनीय हो कि सीवरेज योजना में जहां 26 किमी पाइप लाइन वन विभाग, पथ निर्माण विभाग और रेलवे की वजह से अटका पड़ा है. वहीं, 16 किलोमीटर आवास बोर्ड के एनओसी की वजह से पेंच फंसी है. इस योजना में नगर निगम के सभी 35 वार्डों में 135 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने के साथ छह पम्पिंग स्टेशन और 4 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होना है. इस योजना में 42 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने की बाधा के साथ 2 पम्पिंग स्टेशन को बनाने में भी बाधा आई हुई है, जबकि 4 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य फिलहाल बालू और गिट्टी की वजह से बंद है.
फ्लैट के आगे या पीछे पाइप लाइन बिछाने की उलझन में फंसा है कार्य
सीवरेज की पाइप लाइन आवास बोर्ड के पुराने क्वार्टरों के आगे या पीछे बिछाई जाए, इस उलझन में 16 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने का कार्य अटका पड़ा है. क्योंकि यहां के लोग क्वार्टरों के पीछे छोड़ी गई कॉमन यूटिलिटी की जगह में सीवरेज पाइप लाइन बिछाने की जिद्द पर अड़े हैं, जबकि प्राक्कलन में पाइप लाइन आगे बिछाने का प्रावधान है.
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