झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र जुलाई में होगा शुरू, तारीख पर जारी है विमर्श

झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र को आहूत करने की तैयारी शुरू हो गई है। स्पीकर रबींद्र नाथ महतो के साथ संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम की बैठक के दौरान जुलाई में ही मानसून सत्र आहूत करने पर चर्चा हुई है। बता

Update: 2022-06-19 03:37 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र को आहूत करने की तैयारी शुरू हो गई है। स्पीकर रबींद्र नाथ महतो के साथ संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम की बैठक के दौरान जुलाई में ही मानसून सत्र आहूत करने पर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि मध्य से अंतिम जुलाई में एक सप्ताह के लिए मानसून सत्र आहूत किया जा सकता है। हालांकि तारीख पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है। विमर्श जारी है।

संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि झारखंड विधानसभा मानसून सत्र को आहूत करने की तैयारी शुरू हो गई है। जुलाई महीने में ही मानसून सत्र होगा। प्रस्ताव को अंतिम रूप देकर कैबिनेट की स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार 25 जुलाई के आसपास मानसून सत्र आहूत किया जा सकता है। कम से कम चार से पांच कार्य दिवस मानसून सत्र में होंगे। पिछले सत्र में हुए संशोधन के बाद अब मुख्यमंत्री प्रश्नकाल नहीं होगा।
मानसून सत्र के दौरान सरकार कुछ अहम विधेयक और प्रथम अनुपूरक बजट पेश कर सकती है। पूर्व में राजभवन द्वारा अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में विसंगतियों के कारण लौटाए गए विधेयकों को दोबारा विधानसभा से पारित कराया जा सकता है। अनुवाद की विसंगतियों के कारण जनजातीय विश्वविद्यालय विधेयक, झारखंड वित्त विधेयक और कृषि उपज व पशुधन विपणन विधेयक, 2022 को हिन्दी-अंग्रेजी संस्करण में भिन्नता के कारण राज्य सरकार को वापस कर दिया है।
राज्यपाल द्वारा ही भीड़ हिंसा रोकथाम और मॉब लिंचिंग विधेयक 2021 में दो बिंदुओं पर सुधार करने के लिए राजभवन ने लौटाया है। इस विधेयक को दो बिंदुओं पर सुधार करने के लिए 17 मार्च के दिन राज्य सरकार को वापस कर दिया। इसमें अशांत भीड़ की परिभाषा पर फिर से विचार करने को कहा गया है।
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