जमशेदपुर न्यूज़: एमजीएम अस्पताल के कुछ चिकित्सक सही तरीके से ड्यूटी नहीं कर रहे हैं. इस कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. इस संबंध में अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार ने सहायक प्राध्यापक सह आकस्मिक इंचार्ज औषधि विभाग डॉ. विक्रम मुर्मू और सहायक प्राध्यापक सह आकस्मिक इंचार्ज सर्जरी विभाग डॉ. सरवर आलम को पत्र लिखा है.
पत्र में अधीक्षक ने कहा कि दोनों चिकित्सक इमरजेंसी विभाग में समय पर ड्यूटी में नहीं आ रहे हैं. इमरजेंसी विभाग में भर्ती मरीजों की जांच व इलाज के लिए दोनों चिकित्सक द्वारा राउंड भी नहीं किया जा रहा है. यह ड्यूटी के प्रति लापरवाही है. दोनों डॉक्टरों को देखकर जूनियर भी राउंड लगाने में उदासीनता बरत रहे हैं. सीसीटीवी कैमरे से मॉनिटरिंग के बाद भी डॉ. मुर्मू इमरजेंसी विभाग में निर्धारित तिथि को पीओडी ड्यूटी के अलावा नजर नहीं आते हैं. वहीं, डॉ. सरवर आलम महीने में एक दिन भी एसओडी ड्यूटी इमरजेंसी विभाग में नहीं करते हैं, जो बहुत गंभीर विषय है. अधीक्षक ने निर्देश दिया कि इमरजेंसी विभाग को सही तरीके से चलाने के लिए समय पर ड्यूटी करें. इमरजेंसी विभाग में भर्ती मरीजों की जांच, इलाज के लिए राउंड भी लगाए. दोनों पाली में मरीजों को वार्ड में भेजने के साथ इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए बेड खाली रहे और समय-समय पर इमरजेंसी विभाग में दवा की जांच कर उनकी उपलब्धता और कमी के संबंध में सूची भेजे.
निजी प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों की मांगी सूची
जिले में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण सिंह ने सिविल सर्जन से रिपोर्ट मांगी है. इसे लेकर सिविल सर्जन ने एमजीएम के अधीक्षक, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक समेत अन्य सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को पत्र लिख कर सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन ने कहा है कि विभाग को बिना सूचित किए प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की जानकारी मांगी गई है.
विभागीय बैठक में तय हुआ था कि प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों को अंडरटेकिंग देना होगा, जिसमें जिक्र होगा कि उनके द्वारा निजी प्रैक्टिस की जा रही है या नहीं.