आज रांची पहुंचेगा शहीद का शव, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए झारखंड के लाल ने हमले में दी कुर्बानी, राज्यपाल ने किया नमन
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की शहीद हो गए।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की शहीद हो गए। साथ ही अप्पाराव नामक एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। तिर्की मूल रूप से सिमडेगा के बोलबा के थे। वर्तमान में उनका परिवार रांची के डिबडीह में रहता है। उनका पार्थिव शरीर रविवार को झारखंड पहुंचने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह सीआरपीएफ 168 बटालियन का बल रोड सुरक्षा ड्यूटी पर रवाना हुआ था। बासागुड़ा थाने के डोंगल चिंता नामक नाला के पास माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। मुठभेड़ में शांति भूषण शहीद हो गए वहीं अप्पाराव घायल हो गए। घायल को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से जगदलपुर भेजा गया है। जानकारी मिलते ही अतिरिक्त बल को मौके पर भेजा गया है। इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वहीं, शहीद का शव पोस्टमार्टम के लिए जगदलपुर भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर से झारखंड भेजा जाएगा।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की की मौत हो गई। असिस्टेंट कमांडर शहीद शांति भूषण झारखंड की राजधानी रांची के डिबडीह के रहने वाले थे।
जैसे ही परिवार वालों को शांति भूषण तिर्की के शहीद होने की सूचना मिली, घर में कोहराम मच गया। पत्नी पुष्पा बार-बार बेहोश हो जा रही थी। वहीं, परिवार के अन्य सदस्यों का भी बुरा हाल था। आसपास के लोग और रिश्तेदारों ने उन्हें संभाला। वहीं, मासूम अनीशा को तो यह पता भी नहीं था कि उसके सिर से उसके पिता का साया उठ चुका है। हालत ऐसी थी कि परिवार के लोग बातचीत करने की स्थिति में नहीं थे। इसी बीच सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान भी शहीद के घर पहुंच गए। पहले तो परिवार को दिलासा दिया। इसके बाद सारे लोग घर के कैंपस में ही खड़े होकर शोक करने लगे। इस दौरान सीआरपीएफ के जवान ने किसी भी बाहरी व्यक्ति घर से भीतर जाने नहीं दिया। बातचीत के क्रम में यह जानकारी मिली कि शहीद शांति भूषण का अंतिम संस्कार रांची में ही किया जाएगा।
सीआरपीएफ अधिकारी पहुंचे घर
शांति भूषण तिर्की के शहीद होने की खबर पर सीआरपीएफ के कई अधिकारी उनके रांची स्थित आवास पहुंचे और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। सीआरपीएफ अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार शहीद शांति तिर्की का पार्थिव शरीर रविवार को रांची पहुंचेगा। शांति भूषण तिर्की सीआरपीएफ की 168 बटालियन में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात थे। साल 2003 में उन्होंने सीआरपीएफ ज्वाइन किया था। साल 2014 में प्रमोशन पाकर असिस्टेंट कमांडेंट बने थे।
राज्यपाल ने शहीद को किया नमन
राज्यपाल रमेश बैस ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट व झारखंड के वीर सपूत एसबी तिर्की के शहीद होने पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीद को कोटिश: नमन है। ईश्वर उनके परिजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।