ईडी के नाम पर वसूली करने के आरोपी पत्रकार ने मानी गलती

Update: 2023-07-13 10:04 GMT

राँची न्यूज़: ईडी ने साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन व उससे जुड़े मनी लाउंड्रिंग के केस में पत्रकार मिथिलेश कुमार सिंह से लंबी पूछताछ की. मिथिलेश ने ईडी अधिकारियों के समक्ष अपनी गलती स्वीकार की है. हालांकि अधिकांश सवालों के जवाब में वह गोल मटोल बातें ही करता रहा.

मिथिलेश को ईडी अधिकारियों ने ऑडियो भी सुनाया मिथिलेश को ईडी अधिकारियों ने वह ऑडियो भी सुनाया, जिसमें वह ईडी के अधिकारी का नाम लेकर केस मैनेज करने की बात कह रहा था. अवैध खनन केस में गिरफ्तार कृष्णा कुमार साहा के मोबाइल से यह ऑडियो ईडी ने बरामद किया था. मिथिलेश कुमार सिंह ने यह माना है कि ऑडियो में बातचीत उसकी ही है. इस ऑडियो को एफएसएल जांच भी कराई जाएगी.

पांच दिन भगवान व टिंकलसे पूछताछ की मिली इजाजत

साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपये से अधिक के अवैध खनन केस में गिरफ्तार पंकज मिश्रा के फंड मैनेजर भगवान भगत और उसके सहयोगी टिंकल भगत से ईडी टीम पुलिस रिमांड पर लेकर पांच दिनों तक पूछताछ करेगी. सोमवार को ईडी के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने ईडी की ओर से दायर रिमांड आवेदन पर सुनवाई पश्चात अनुमति प्रदान की. जेल में बंद

कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत, टिंकल से पूछताछ

ईडी ने सोमवार को साहिबगंज में अवैध खनन केस में गिरफ्तार कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत और टिंकल भगत से पूछताछ की. तीनों को आमने-सामने बैठाकर ईडी ने पूछताछ की व तथ्य जुटाए. तीनों ने पंकज मिश्रा के संरक्षण में अवैध खनन करने व कमीशन के तौर पर मोटी राशि देने की बात कबूली है. पंकज मिश्रा के बारे में तीनों ने स्वीकार किया है कि उसकी राजनीतिक रसूख के बिना साहिबगंज में पत्थर कारोबार करना नामुमकिन था. पंकज मिश्रा की तय किया करता था कि किसे विभाग से लाइसेंस मिलेगा, किसे नहीं.

सात दिन मांगी थी रिमांड

इससे पूर्व सात दिन की पुलिस रिमांड आवेदन पर ईडी के वकील अतीश कुमार ने पक्ष रखते हुए कहा कि अवैध खनन और उससे जुड़े जुर्म के बारे में पूछताछ करनी है.

दोनों के खिलाफ अवैध खनन मामले में पर्याप्त सबूत मिले हैं. वहीं बचाव पक्ष के वकील ने इसका विरोध किया. दोनों की दलीलें सुनने के पश्चात अदालत ने पांच दिन पूछताछ करने की अनुमति प्रदान की. ईडी ने दोनों को मनी लाउंड्रिंग मामले में सात जुलाई को पूछताछ में सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तार किया था. आठ जुलाई को अदालत में पेश किया गया. जहां से दोनों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया था.

मिथिलेश ने कई लोगों को बचाने का किया था दावा

मिथिलेश कुमार सिंह ने कई लोगों को बचाने का दावा भी ऑडियो में किया था. ईडी के अधिकारियों ने जब उससे इस संबंध में पूछताछ की, तब वह स्पष्ट तरीके से कोई बात नहीं बता पाया. उसने यह स्वीकार किया है कि ईडी के किसी अधिकारी से कभी उसका कोई परिचय नहीं रहा. हालांकि कृष्णा कुमार साहा से पैसे निकवालने में वह सफल नहीं हो पाया था. कृष्णा ने भी स्वीकार किया था कि पत्रकार मिथिलेश कुमार सिंह ने उससे संपर्क किया था.

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