रांची से झामुमो अपने प्रत्याशी का ऐलान करेगी

महागठबंधन की सीट शेयरिंग में कहां फंसा है पेंच

Update: 2024-03-20 07:44 GMT

रांची: महागठबंधन में आज सीट शेयरिंग को लेकर आधिकारिक ऐलान किया जा सकता है। कांग्रेस सबसे पहले झारखंड में अपने प्रत्याशियों का ऐलान करेगी। इसके बाद रांची से झामुमो अपने प्रत्याशी का ऐलान करेगी। हालांकि, दुमका सीट की दावेदारी किसकी होगी, इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।सीता सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद दुमका सीट पर उनकी दावेदारी मानी जा रही है। एनडीए गठबंधन के साथियों के साथ मिलकर भाजपा तीन सीटों पर अब भी फैसला ले रही है, जबकि महागठबंधन ने अब तक किसी भी लोकसभा सीट से उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। अब सवाल है कि मामला फंस कहां रहा है। दरअसल, लोकसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया। कांग्रेस- जेएमएम, राजद और वाम दल ने मिलकर अब तक सीट बंटवारे को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई फैसला नहीं लिया है। सीट बंटवारे में हो रही देरी से कांग्रेस, जेएमएम के निचले स्तर के पार्टी कार्यकर्ता भी नाराज हैं। ऐसे में उम्मीदवारों के प्रचार को लेकर समय कम मिलेगा। इसका असर लोकसभा चुनाव के परिणाम पर पर पड़ सकता है।

क्या है फॉर्मूला​​​​​

सीट बंटवारे को लेकर कई तरह के फॉर्मूला पर चर्चा है, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम ने जिस फॉर्मूले का जिक्र किया, वह झारखंड की कुल 14 लोकसभा सीटों में से 7 सीटों पर कांग्रेस चुनाव और 5 सीटों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा चुनाव लड़ेगी।

राजद और माले को एक-एक सीट मिलेगी। इस फॉर्मूले पर अभी आधिकारिक मुहर लगनी बाकी है। चर्चा है कि सीट बंटवारे को लेकर पलामू की दावेदारी में सत्यानंद भोक्ता अड़े हैं। राजद की हिस्सेदारी कितनी होगी इसे लेकर भी चर्चा जारी है। राजद पलामू सीट पर दावा पेश कर रही है।

कब होगा ऐलान

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि सीट शेयरिंग पर लगभग सहमति बन गई है। गठबंधन की सभी बातों पर आलाकमान विचार कर रहा है। अंतिम फैसला वहीं से होना है, लेकिन नाराजगी को लेकर बगैर सिर पैर के जो खबरें चली आ रही है, वो कहीं से सही नहीं है। गठबंधन एकजुट है, मजबूत है। हम पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे, जीतेंगे। झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी फोन पर हुई बातचीत में कहा कि हम प्रचार कर रहे हैं। सीट बंटवारे को लेकर कोई देरी नहीं हुई है। सब कुछ तय है बस ऐलान होगा बाकी है।

कहां फंसा है पेंच

महागठबंधन में सीट बंटवारे का पेंच कहां फंसा है। कांग्रेस और झामुमो के अंदर खाने चर्चा तेज है कि कुछ सीटों को लेकर मतभेद है। अब तक स्थिति साफ नहीं हो सकी है। वहीं, राजद भी पलामू सीट को लेकर अड़ा है। बैठक का दौर जारी है। बातचीत से रास्ता निकालने की कोशिश हो रही है। कुछ सीटों पर अंतिम निर्णय कांग्रेस के आलाकमान को करना है। झामुमो को सिंहभूम और कांग्रेस को लोहरदगा सीट मिलना लगभग तय माना जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि लोहरदगा सीट भी झामुमो अपने खाते में लाने का प्रयास कर रहा है। कांग्रेस इस सीट को छोड़ना नहीं चाहती। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गठबंधन के तहत झामुमो को चार सीटें दी थीं। झामुमो और कांग्रेस ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की। झामुमो ने शुरू से यह फॉर्मूला दिया है कि जो दल जिस सीट पर मजबूत है, उसका प्रत्याशी वहां से लड़े।

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