झारखंड होगा सूखाग्रस्त घोषित, सभी मानकों पर तैयार हो रही रिपोर्ट, 18 अगस्त को बैठक
राज्य में सुखाड़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए हर जिले में टीम काम कर रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राज्य में सुखाड़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए हर जिले में टीम काम कर रही है। कृषि मंत्री बादल के मुताबिक टीम रविवार से अपनी रिपोर्ट सौंपने लगेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह 18 अगस्त को सभी उपायुक्तों के साथ बैठक कर सुखाड़ की स्थिति की रिपोर्ट लेंगे। रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार से राज्य के प्रभावित प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
हालांकि मुख्य सचिव की बैठक के बाद आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता समीक्षा करेंगे। तीसरे चरण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कृषि मंत्री की मौजूदगी में बारिश, रोपनी, मिट्टी में नमी से संबंधित रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे। वस्तुस्थिति पर विमर्श के बाद केंद्र सरकार से प्रभावित प्रखंडों को सुखाड़ घोषित कर किसानों को मुआवजा देने की मांग राज्य सरकार की ओर से की जाएगी।
कृषि मंत्री बादल के मुताबिक पिछले चार दिनों से राज्य के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय है और अगले तीन-चार दिनों तक बारिश का अनुमान है। इस बीच संताल परगना, पलामू, उत्तरी छोटानागपुर के लगभग सात-आठ जिलों में अल्प वृष्टि की स्थिति बनी हुई है। सरकार को विभिन्न जिलों से अब तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक पलामू, गढ़वा और लातेहार के ज्यादातर प्रखंडों की स्थिति बेहद खराब है और यहां सुखाड़ से इनकार नहीं किया जा सकता।