जनता से रिश्ता : जिलांतर्गत कांडी थाना क्षेत्र कांडी-मोखापी सड़क पर मोखापी मोड़ के पास निर्माणाधीन ब्लॉक स्टॉफ क्वार्टर परिसर में मुंशी देवकांत ओझा और मजदूरों के साथ मारपीट और फायरिंग की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। यह घटना शुक्रवार शाम करीब 5.30 बजे हुई थी। मामले में मुंशी देवकांत ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। उसी क्रम में मिले तथ्यों के आधार पर घटना में शामिल दो अपराधियों को पुलिस ने देशी कट्टा और दो जिंदा गोली के साथ गिरफ्तार कर लिया। उक्त जानकारी प्रेसवार्ता कर एसडपीओ अवध कुमार यादव ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अपराधी पक्ष के लोगों को भवन निर्माण का टेंडर नहीं मिला था। यह काम वर्तमान में काम कर रहे ठेकेदार को मिल गया। उक्त कारण काम बंद कराने के लिए अपराधी पक्ष के लोगों ने षड्यंत्र के तहत कुल लड़कों को यह जिम्मेवारी सौंपा गया। घटना के बाद अनुसंधान के दौरान पलामू जिलांतर्गत विश्रामपुर थाना के नवगाड़ा ओपी क्षेत्र के 27 वर्षीय रोहित मिश्रा और कांडी थाना क्षेत्र के कोवाड़ी मझिगांवा गांव निवासी 19 वर्षीय आशु रंजन पांडेय की संलिप्तता सामने आई। उसके बाद उक्त दोनों को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लेने के बाद उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ के क्रम में उन्होंने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। उसके बाद उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल और दो जिंदा गोली के साथ एक देशी कट्टा बरामद कर लिया गया। दोनों आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को जेल भेज दिया। छापामारी दल में पुलिस निरीक्षक संजय खाखा, थाना प्रभारी फैज रब्बानी, मुकेश कुमार कुशवाहा, अविनाश द्विवेदी के अलावा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
सोर्स-hindustan