गुमला जिला से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थित ग्रामीण सड़कों से भी खराब नजर आ रही है. सड़क में जहां तहां गड्ढा बनने के साथ ही कई स्थानों पर जल जमाव हो जा रहा है, जिससे लोगों को काफी दिक्कत का तो सामना करना ही पड़ता है. साथ ही सड़क के किनारे जो दुकान है, उन्हें भी काफी दिक्कत हो रही है. जब भी हम राष्ट्रीय राजमार्ग की कल्पना करते हैं, तो एक मजबूत व खूबसूरत सड़क की तस्वीर हमारे सामने आती है क्योंकि इस सड़क के निर्माण में केंद्र सरकार अरबों रुपया खर्च करती है, लेकिन अगर आपके दिमाग में राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर बनी बेहतर सड़क की तस्वीर है. उसकी असली हकीकत देखना चाहते हैं, तो गुमला आ जाईये. जहां कि सड़क की स्थिति को देखकर आपको लगेगा कि ऐसी सड़क कभी भी एनएच की नहीं हो सकती है, लेकिन यह हकीकत है.
राष्ट्रीय राजमार्ग में सड़क की हालत खराब
यह वही सड़क है, जो रांची को छत्तीसगढ़ से गुमला होते हुए जोड़ती है. इस सड़क की हालत ऐसी है कि आप समझ नहीं पाएंगे कि आप सड़क पर चल रहे हैं कि किसी तालाब से गुजर रहे हैं. इस स्थान पर कई बार दुर्घटना भी हुई है, लेकिन इसको कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया है. जिसकी वजह से जो तस्वीर है, वह काफी चिंताजनक है. एनएच की सड़क पर जिस तरह से गड्ढे बने हुए हैं और उसमें जिस तरह से पानी भरा हुआ है, उससे इस सड़क पर वाहनों का परिचालन तो बाधित होता ही है.
NH का स्थिति चिंताजनक
साथ ही इस सड़क के आसपास में दुकान करने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दुकानदारों की मानें तो जब इन गड्ढों से बड़ी ट्रक व बस के साथ कोई भी गाड़ी गुजरती है, तो गंदा पानी सीधे उनके दुकान में चला जाता है, जिससे उनका व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है. जिला से गुजरने वाली एनएच की सड़कों की बदहाली से जिला के प्रशासनिक पदाधिकारी भी पूरी तरह से अवगत है. जिला के डीसी कर्ण सत्यार्थी की मानें तो उनकी ओर से एनएच विभाग को निर्देश दिया गया है कि सड़कों को जल्द सही करवाया जाए ताकि लोगों का आवागमन सामान्य हो सके.
कभी भी बन सकती है मौत की वजह
विकास का दावा कर केंद्र व राज्य की सरकार सत्ता में तो आती है, लेकिन जिस राज्य में एनएच की सड़कें इस स्थिति में है, उसे देखकर लगता है राज्य सरकार व केंद्र सरकार झारखंड को लेकर काफी गंभीर नहीं है. करोड़ों अरबों की सड़कों को बनाने का दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करते हैं, लेकिन शायद उन्हें उन पुरानी सड़कों की याद भी नहीं आती है. जिसपर वर्तमान में लोग चलने को मजबूर है, जो कभी भी किसी की मौत का कारण बन सकती है.