Jharkhand झारखंड: मधुपुर-गिरिडीह सवारी ट्रेन की एक बोगी के शौचालय से बरामद सड़े हुए शव की पहचान पुलिस ने कर ली है। मृतक के पास से बरामद आधार कार्ड के आधार पर रेल पुलिस ने शव की पहचान की है।
देवघर में पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के पास से एक मोबाइल भी बरामद किया गया। उसपर जब किसी का फोन आया तो पहचान और भी पुष्ट हो गई। रिश्तेदार देवघर सदर अस्पताल पहुंचे और कपड़े से उनकी पहचान की। बताया जाता है कि मृतक को एक बेटा और एक बेटी है दोनों शादीशुदा है। सफर के दौरान मधुपुर गिरिडीह सवारी ट्रेन पर शौचालय जाने के क्रम में उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके साथ हादसा हो गया। उनकी मौत की खबर किसी को नहीं लगी।
ट्रेन के शौचालय का दरवाजा अंदर से बंद था। करीब छह दिन तक ट्रेन रेलवे यार्ड में पड़ी रही। इस बीच शव सड़ता रहा।
शनिवार को जब ट्रेन के रैक को सफाई और ढुलाई के लिए पैसेंजर यार्ड वाशिंग पीट में लाया गया, दुर्गंध आने पर रेलकर्मियों ने तुरंत इसकी सूचना जीआरपी और आरपीएफ को दी। रेल पुलिस का कहना है कि कोच की देखरेख करने वाले रेलकर्मियों की लापरवाही का नतीजा है। शव पुराना होने से सड़ गल गया है। शौचालय जाने के समय यात्री की किसी बीमारी से मौत होने की संभावना है। रेल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।