झारखंड न्यूज: पूर्व मुख्‍यमंत्री ने की धान खरीद की राश‍ि के भुगतान में अनिम‍ितता की जांच की मांग

झारखंड न्यूज

Update: 2022-07-27 16:06 GMT
Chaibasa : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने बुधवार को कृषि विभाग बादल पत्रलेख से मुलाकात कर पश्‍च‍िमी सिंहभूम के लैम्पस के किसानों से धान क्रय की राशि एवं बकाया बोनस राशि भुगतान किए जाने तथा धान क्रय की राशि भुगतान में बरती गई अनियमितता की जांच करवाने की मांग की. सौंपे गये पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि पश्‍च‍िमी सिंहभूम जिला अंतर्गत लैम्पस में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 3541 निबंधित किसानों के विरूद्ध 4379 किसानों से कुल 1946865 क्विंटल धान क्रय क‍िया गया. क्रय धान का 50 प्रतिशत यानी 97343.29 क्‍व‍िंटल के समतुल्य राशि 188845994.24 रुपया प्रथम किस्त के रूप में भुगतान किया गया है तथा दूसरी किस्त के रूप में 3208 किसानों को कुल शेष बचे 14253030 क्विंटल धान का 50 प्रतिशत 71265.15 क्विंटल धान का समतुल्य राशि 138254392.94 रुपये राशि का भुगतान किसानों को किया गया है जो कि कुल 327100387.18 रुपये तथा बोनस के रूप में राशि 1567833322 रुपये का भुगतान किया गया है. उपरोक्त आंकड़ों को देखने से लगता है कि धान मीलों में क्रय धान की मात्रा में उठाव किया गया है जो काफी विरोधाभास है.
दूसरी बात यह है कि प्रथम किस्त में किसानों की संख्या 4379 थी और दूसरी किस्त में किसानों की संख्या 3268 है. किसानों की संख्यामें ऐसे अंतर से पता चलाता है कि पश्चिमी सिंहभूम जिला के लैम्पसों के हजारो किसानों को शत प्रतिशत भुगतान क्रय फसल के मुताबिक नहीं हो पाया है तथा प्रथम किस्त के क्रय धान का बोनस राशि भी अब तक भुगतान नहीं किया गया है. विदित हो कि किसान को धान क्रय पर प्राप्त होनेवाली राशि से किसान अगले साल की खेती की योजना बनाते हैं. लैम्पस के माध्यम से धान क्रय राशि का भुगतान किसानों को नहीं किए जाने से किसान कर्ज लेने को मजबूर हो रहे हैं जिससे किसानों की खेती भी प्रभावित हो रही है.कोड़ा ने मांग की है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए शीघ्र किसानों से धान क्रय की राशि एवं बकाया बोनस राशि का भुगतान किया जाए. धान क्रय की राशि भुगतान में बरती अनियमितता की जांच की जाये.

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