Jharkhand : झारखंड को जल्द ही एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलेगी, टाटा नगर स्टेशन से परिचालन होगा

Update: 2024-06-17 06:27 GMT

रांची Ranchi : टाटानगर रेलवे स्टेशन से बहुत जल्द ही वंदे भारत ट्रेन Vande Bharat Train चलेगी. इसका काम प्रगति पर है. बोर्ड स्तर पर निर्णय होने के बाद यह कहां से और कहां चलेगी, इसकी जानकारी दी जाएगी. यह जानकारी दक्षिण-पूर्व रेलवे के जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने शनिवार को दी. उन्होंने यह बातें शनिवार को टाटानगर स्टेशन के निरीक्षण के क्रम में पत्रकारों से कहीं. उन्होंने कई विकास योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि टाटानगर रेलवे स्टेशन पर तीन नए प्लेटफॉर्म और आदित्यपुर में दो अतिरिक्त प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे.

जनवरी 2025 तक टाटानगर स्टेशन पुनर्विकास का काम पूरा हो जाएगा
इस उन्होंने कहा कि टाटानगर स्टेशन पुनर्विकास का काम जल्द शुरू होगा. यह ईसीपी कॉन्ट्रैक्ट के तहत है, जिसके तहत ठेकेदार को डिजाइन और काम करना है. रेलवे को सिर्फ अपनी जरूरत बतानी है. दोबारा विकास के बाद टाटानगर स्टेशन 108 मीटर लंबा और 23 मीटर चौड़ा होगा. इस बीच में 36 मीटर का फुट ओवरब्रिज होगा और फूड प्लाजा भी बनेगा. साउथ और नॉर्थ इलाके में मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स भी बनेगा. अभी पांच प्लेटफॉर्म हैं, जिन्हें बढ़ाकर आठ किया जाएगा. इसके लिए जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं पड़ेगी. पर्याप्त खाली जमीन है. यहां खाली पड़े भवन या अतिक्रमण को हटाया जाएगा. अतिक्रमण हटाया जाएगा. अगर पुनर्वास की जरूरत है, तो यह राज्य सरकार का मामला है. रेलवे द्वारा पुनर्वास का कोई नियम नहीं है.
सालगाझूरी से आदित्यपुर व खड़गपुर तक बनेगी तीसरी लाइन
जीएम ने कहा कि सालगाझूरी से आदित्यपुर तक तीसरी लाइन का काम चल रहा है. आदित्यपुर यार्ड का री-मॉडलिंग का काम इस माह के अंत तक पूरा हो जाएगा. सालगाझूरी पश्चिम तक विकास कार्य अंतिम चरण में है. सितंबर या अक्टूबर तक इसकी कमीशनिंग पूरी हो जाएगी.
बता दें, टाटानगर से लेकर खड़गपुर तक तीसरी लाइन का कार्य 15 अक्टूबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. जनवरी 2025 तक तीसरी लाइन का काम पूरा हो जाएगा. खड़गपुर से आदित्यपुर होते हुए झारसुगुड़ा तक रेल लाइन बिछाने का काम पूरा हो जाएगा.
हावड़ा से झारसुगुड़ा तक चौथी लाइन का कार्य प्रारंभ होगा
आगे उन्होंने बताया कि दक्षिण-पूर्व रेलवे में यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों के परिचालन को सुचारू बनाने के लिए चौथी लाइन का निर्माण किया जाएगा. बता दें, हावड़ा से झारसुगुड़ा तक चौथी लाइन का काम शुरू होगा, जो हावड़ा, खड़गपुर से भद्रक तक होगी. तीसरी और चौथी लाइन चांडिल से अद्रा और आसनसोल तक बनेगी. इससे ट्रेनें समय पर चलेंगी और आवागमन आसान होगा.
समय पर चलेंगी ट्रेनें, 120 दिन पहले दी जाएगी निरस्तीकरण की सूचना
जीएम ने कहा कि यह सही है कि ट्रेनें देरी से चल रही हैं. अप्रैल से मई तक कई स्पेशल ट्रेनें चलीं. नियमित ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ. अब इसे सुधारने का काम चल रहा है. देश को विकास के पथ पर ले जाना है तो संसाधन तैयार करने होंगे. इस कारण ट्रेनें निरस्त की जा रही हैं. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ट्रेनें समय पर चलें. अप्रैल से जून तक का समय काम का होता है. जून से अक्टूबर तक बारिश के कारण काम नहीं हो पाता. इसके बाद त्योहारी सीजन शुरू हो जाता है. इस कारण काम में दिक्कत आती है. हालांकि यह निर्णय लिया गया है कि किसी विकास कार्य के कारण ट्रेनों के निरस्तीकरण की सूचना 120 दिन पहले दी जाएगी, ताकि यात्री अपनी सुविधानुसार टिकट बुक करा सकें.
सुरक्षा के लिए दक्षिण-पूर्व रेलवे में लागू होगा कवच
बालेश्वर हादसे के बाद कवच की शुरुआत की गई थी. दक्षिण-पूर्व रेलवे South-East Railway में भी कवच ​​सिस्टम लागू किया जा रहा है. कवच को फिलहाल दिल्ली से हावड़ा और दिल्ली से मुंबई तक 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले इलाके में लगाया जा रहा है, ताकि ट्रेन हादसों को रोका जा सके. दक्षिण-पूर्व रेलवे में इसे लगाने के लिए सर्वे का काम लगभग पूरा होने वाला है. जल्द ही काम शुरू हो जाएगा.


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