Jharkhand : ईओयू ने नीट पेपर लीक मामले में देवघर से पांच लोगों को गिरफ्तार किया
रांची Ranchi : नीट में हुई धांधली की EOU ने जांच तेज कर दी है. देश के अलग-अलग हिस्सों में NEET UG पेपर लीक मामले में बवाल अब भी जारी है इस बीच मामले से जुड़ी एक बड़ी खबर झारखंड से सामने आ रही है. दरअसल, नीट पेपर लीक मामले में EOU ने देवघर से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. EOU का मानना है कि नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार इन सभी का बड़ा हाथ हो सकता है. गिरफ्तार सभी लोगों से ईओयू पूछताछ करते हुए यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि पेपर लीक मामले में इनका क्या रोल रहा है.
बता दें, ईओयू ने देवघर Deoghar के सिंटू कुमार, रांची स्थित कांके के रहने वाले अभिषेक कुमार और उसके पिता के साथ समस्तीपुर के अनुराग यादव, दानापुर पटना के आयुष कुमार, गया के शिवनंदन कुमार को गिरफ्तार किया है.
सबसे पहले हजारीबाग के एक सेंटर से लीक हुआ पेपर
पेपर लीक मामले में जांच के दायरे जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है एक के बाद एक कई बड़े खुलासे हो रहे है. सूत्रों के मुताबिक, झारखंड के हजारीबाग में एक एग्जाम सेंटर में सबसे पहले नीट एग्जाम का पेपर लीक हुआ था रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार की राजधानी पटना में जो जली हुई प्रश्न पत्र की बुकलेट पाई गई है. उसके आधार पर इस बात का खुलासा हुआ कि हजारीबाग के सेंटर से भी पेपर लीक हुआ था.
मास्टरमाइंट सिकंदर यादवेंद्र ने पूछताछ के दौरान किया बड़ा खुलासा
नीट पेपर लीक NEET paper leak के गिरफ्तार आरोपी सिकंदर यादवेंद्र ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया है. कि 30-32 लाख रुपए में उसने नीतीश कुमार और अमित आनंद से नीट पेपर खरीदे थे. जिसके बाद सिकंदर ने रांची के अभिषेक कुमार, दानापुर पटना के आयुष कुमार, समस्तीपुर के अनुराग यादव, गया के शिवनंदन कुमार को 40-40 लाख रुपए में पेपर बेचा था. इतना ही नहीं इन चारों परीक्षार्थियों को नीट परीक्षा से एक रात पहले 4 मई को पटना के रामकृष्णा नगर में रातभर पेपर रटवाया गया था.
पटना पुलिस ने रांची के अभिषेक को उसके पिता संग किया गिरफ्तार
नीट में हुई धांधली की पुलिस ने भी अपनी जांच तेज कर दी है. इसी कड़ी में रांची से भी मामले के जुड़ने की बात सामने आई है दरअसल पटना पुलिस ने रांची कांके रोड के ब्लॉक चौक इलाके में रहने वाले अवधेश कुमार को उनके बेटे के साथ गिरफ्तार किया है. अवधेश कुमार पर यह आरोप है कि उसने अपने बेटे को परीक्षा में पास करने के लिए संबंधित व्यक्ति को पैसे दिए थे.
पटना पुलिस ने जब अवधेश कुमार और उसके बेटे को गिरफ्तार किया तो उसका कबूलनामा भी सामने आया है जिसमें अवधेश कुमार ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया है कि अपने बेटे को पास करने के लिए 40 लख रुपए में डील हुई थी और 1 साल पहले एसबीआई रांची का blank चेक सिकंदर नाम के व्यक्ति को दिया गया था.
दरअसल सिकंदर वह शख्स है जिससे अवधेश कुमार की दोस्ती छोटी मोटी ठेकेदारी को लेकर हुई थी. और बातचीत के क्रम में सिकंदर को इस बात की जानकारी हुई की अवधेश का बेटा अभिषेक नीट की तैयारी कर रहा है. तो फिर सिकंदर ने कहा कि नीट की परीक्षा में काम हो जाएगा. 5 मई को होने वाली परीक्षा में शामिल होने के लिए अवधेश अपने बेटे अभिषेक को लेकर 3 में को ही पटना चले गए. जिसके बाद अगले दिन अभिषेक को लेकर सिकंदर अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास गया और परीक्षा के प्रश्न और जवाब रटवाये. लेकिन एग्जाम के बाद दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
मामले पर अवधेश के ब्लॉक चौक स्थित आवास पर हमारी टीम गई तो किसी ने दरवाजा नहीं खोला. लेकिन अवधेश के पड़ोसी ने बताया कि अवधेश कुमार और उसके बेटे की गिरफ्तारी हो गई है लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं है वहीं अवधेश कुमार के पड़ोसी ने बताया कि अवधेश के परिवार वालों का कहना है कि उसे पूरे मामले में फंसाया जा रहा है.