रूपा तिर्की मामला में जेल में बंद साथी दारोगा कनौजिया को जमानत मिली
साहिबगंज की पूर्व थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत के मामले में जेल में 6 माह से बंद दारोगा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साहिबगंज की पूर्व थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत के मामले में जेल में 6 माह से बंद दारोगा शिव कुमार कनौजिया को सोमवार को हाईकोर्टने जमानत दे दी। जस्टिस अंबुज नाथ की कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के बाद शिव कुमार कनौजिया को 25-25 हजार के दो निजी मुचलका पर जमानत दी।
रूपा की मौत मामले में साहिबगंज पुलिस ने 2018 बैच के दरोगा शिव कनौजिया को नौ मई, 2021 गिरफ्तार किया था। इस मामले में जिरवाबाड़ी थाना में केस दर्ज हुआ है और अनुसंधान जारी है। कनौजिया की ओर से अदालत को बताया गया कि रूपा ने आत्महत्या की है और पुलिस की अभी तक की जांच में यह आत्महत्या का मामला ही माना जा रहा है।
साहिबगंज पुलिस की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रूपा तिर्की का केस हत्या का नहीं बल्कि यह आत्महत्या का मामला है। रूपा तिर्की के परिजनों का आरोप था कि शिव कनौजिया ने ही उसे आत्महत्या के लिए उकसाया है। लेकिन पुलिस को जांच मसाक्ष्य नहीं मिला है। शिव और रूपा के बीच दोस्ती थी। मोबाइल पर दोनों के बीच बात होती थी, लेकिन आत्महत्या के लिए उकसाने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। सुनवाई के बाद अदालत ने शिव कुमार कनौजिया को जमानत प्रदान कर दी। शिव की ओर से अधिवक्ता इंद्रजीत सिन्हा ने पक्ष रखा।
बताते चलें कि साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की ने 3 मई 2021 को अपने आवास में आत्महत्या कर ली थी। पहले इस में आत्महत्या का केस दर्ज किया गया। बाद में रूपा तिर्की की मां ने इसे हत्या बताया। इस मामले में दो महिला पदाधिकारियों पर आरोप लगायागया था। रूपा के मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला था कि शिव कनौजिया और रूपा के बीच काफी बातचीत होती थी। उसके बाद शिव का नाम सामने आया। इस कांड की जांच में साहिबगंज के एसपी अनुरंज किस्पोट्टा खुद सक्रिय रहे।