अंकिता मौत मामले में मुस्लिम ने की शाहरुख और नईम के लिए फांसी की सजा की मांग, कहा- समाज की गंदगी साफ होनी चाहिए
दुमका शहर के जरुवाडीह की अंकिता को उसी को मोहल्ले के शाहरुख और नईम ने पेट्रोल से जिन्दा जला डाला जिससे उसकी मौत हो गई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुमका शहर के जरुवाडीह की अंकिता को उसी को मोहल्ले के शाहरुख और नईम ने पेट्रोल से जिन्दा जला डाला जिससे उसकी मौत हो गई। यह मामला अभी देशभर में सुर्खियों में है। अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पूरे झारखंड में लोग आंदोलन कर रहे हैं। आम लोगों में गुस्सा है। यहां तक कि अंकिता के मुहल्ले जरुवाडीह में मुस्लिम समाज के लोग भी शाहरुख और उसके सहयोगी नईम की करतूत से खफा हैं।
फांसी के सजा की मांग
बता दें कि अंकिता और शाहरुख दोनों का घर इसी जरुवाडीह मोहल्ले में है। जरुवाडीह के मुस्लिम भी चाहते हैं कि शाहरुख और नईम को फांसी की सजा हो। जरुवाडी मुहल्ले के निवासी परवेज अली ने कहा कि अंकिता के साथ बहुत ही जघन्य अपराध हुआ है। परवेज अली संयोग से अंजुमन इस्लामिया मदरसा कमेटी जामा मस्जिद के सदर(अध्यक्ष) भी हैं। परवेज अली ने कहा कि अंकिता हमारे गांव की बेटी थी। उसकी निर्दयतापूर्वक हत्या कर शाहरुख ने हमारे समाज पर बहुत बड़ा धब्बा लगा दिया। हमलोगों की मांग है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर जितना जल्द हो दोषियों को फांसी दी जाए। जरुवाडीह की महिलाएं भी अंकिता की जघन्य हत्या से काफी दुखी हैं।
मुहल्ले से निकालने के लिए रविवार को होना था निर्णय
मो.शमशेर ने बताया कि जब अंकिता रिम्स में भर्ती थी तब हम लोगों ने मोहल्ले के हिन्दू और मुस्लिम समाज के लोगों को एक साथ बैठक कर शाहरुख के परिवार को मोहल्ले से निकालने पर चर्चा करने वाले थे। इसे लेकर रविवार को समाज की बैठक होती पर तब तक अंकिता की मौत की सूचना आ गई। शमशेर बताते हैं कि शाहरुख का जरुवाडीह में मामा का घर है जहां वह रहता है। पिता की मृत्यु के बाद से वह इस मोहल्ले में अपने भाई के साथ मामा के घर में रहता है। अंकिता हत्याकांड के बाद से उसके घर में सन्नाटा है। शाहरुख जेल में है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। लोगों में भी आक्रोश का माहौल है।
इसी मोहल्ले के मो.शमशेर कहते हैं कि शाहरुख को अगर फांसी हो जाती है तो उसके शव को भी हम लोग गांव में घुसने नहीं देंगे। इसी मुहल्ले के रौशन अली पंचायत समिति के सदस्य भी हैं। अंकिता की हत्या पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि रौशन अली ने कहा कि शाहरुख के इस आपराधिक कृत्य से हमलोग काफी दुखी हैं। उसके परिवार का समाजिक बहिष्कार होना चाहिए। कानून अपना काम करेगा। पर सामाजिक स्तर पर हम लोग ऐसे लोगों को समाज से नहीं निकालेंगे तो सदियों से चला आ रहा हिन्दू-मुस्लिम एकता पर असर पड़ेगा। हिन्दू हो या मुस्लिम समाज की गंदगी साफ होनी चाहिए।