Hazaribagh : दो किसान भाईयों ने कमाल कर दिखाया, बंजर जमीन पर जज्बे का हल और लहलहा रही मेहनत की फसल
हजारीबाग Hazaribagh : कहते हैं न कि इरादे अगर बुलंद हो तो कुछ भी असंभव नहीं है. ऐसे ही बुलंद हौसले से टाटीझरिया के जरूवाडीह के दो किसान भाईयों ने कमाल कर दिखाया है. मायापुर के बंजर जमीन पर जज्बे का हल चला और किसान भाईयों ने खुद अपने हाथों से तकदीर बदली. किसान भाईयों की कड़ी मेहनत की बदौलत बंजर जमीन पर भी फसल लहलहा रही है.
जरूवाडीह निवासी नंदकिशोर प्रसाद पिता चुरामन महतो और उसके चचरे भाई अर्जुन प्रसाद पिता स्व महादेव महतो ने मायापुर में जंगली झाड से भरे जमीन की साफ-सफाई करने के बाद जुताई कर फसल लगाने के लिए इस भूमि को तैयार किया और इसमें 10 कट्ठा में खीरा और 5 कट्ठा में टमाटर सहित अन्य लगाई गई है. मेहनत के बल पर बंजर भूमि पर अब खीरा, टमाटर व अन्य फसल लहलहा रहा है. खेत मे हरियाली छाई है. दोनों भाईयों ने बताया कि केसीसी और परिवार के सहयोग से 7-8 लाख रुपये की लागत लगाकर खेती की शुरुआत की. जिसमें मायापुर, डुमर, जरूवाडीह, पोडैया, हाथीबार, जावाबारी, भदईकठवा के 50 मजदूरों को रोजगार दे रखा है. फसल
बताया कि फिलहाल 5 पिकअप में 15 क्विटंल खीरा झारखंड के अलावा बिहार, नेपाल, बंगाल, असम राज्य जाता है. स्थानीय किसानों के लिए दोनों किसान भाई प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं. कई किसान प्रत्येक दिन इनके पास आकर बीज के प्रभेद, उर्वरक व कीटनाशक दवा के उपयोग की तकनीकी जानकारी ले रहे हैं. कई किसान अगले वर्ष से स्वयं इसी तरह से खेती करने का मन बना चुके है.