Hazaribagh : बड़कागांव के खेतों व नदियों के हसीन वादियों में चारों तरफ फैले "काशी के फूल", कई बीमारियों के लिए राम बाण
हजारीबाग Hazaribagh : बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रो में छाये सफेद और नीले बादलों के साथ धरती पर चारों तरफ फैले सफेद काशी के फूल बरबस से लोगों का मन मोह रहे हैं. ये काशी के फूल दूर से ऐसा देखने को लग रहा है, जैसे धरती में बर्फ की चादर बीछ गई हो. कांशी के फूल वर्षा ऋणु की विदाई और मां दुर्गा के आगमन का अहसास कर रहे हैं. बड़कागांव के पहाड़ों, वादियों, नदियों के किनारे और खेत की मेड़ तथा खाली पड़ी बंजर भूमि में बिछा काशी फूल का सफेद मखमली चादर सा लगता हैं.
कई बीमारियों के लिए राम बाण है कांशी के फूल
प्रखंड आसपास के क्षेत्रों में काशी के फूल लहलहा रहे हैं. यह फूल इतनी खूबसूरती बिखेर रहे है कि लोगों का मन स्वतः ही इसकी ओर खिंचा चला जा रहा हैं. आयुर्वेद में इस फूल का काफी औषधीय महत्व हैं. जानकारों की माने तो कांशी के फूल की रूई से बने तकिया का प्रयोग करने से सिर दर्द का समूल निवारण होता हैं. इसकी जड़ को पीसकर सेवन करने से पथरी नष्ट हो जाती है जबकि गर्मी में सुखद व ठंड का एहसास भी होता हैं.
हिम रहित क्षेत्रों में कांशी के फूल हिम आवरण सा सौंदर्य बिखेरती हैं. कांशी के फूलों में सूर्य की किरणों टकराकर एक खूबसूरत आभामंडल तैयार करती हैं. जिसे देखते ही मन प्रफुल्लित हो जाता हैं.