युवाओं की आय बढ़ाने की दिशा में काम कर रही सरकार: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
राँची न्यूज़: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड की 80 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है. इन्हें जीविका के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इसका ध्यान रख सरकार आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है, ताकि ग्रामीण युवाओं को रोजगार-स्वरोजगार से जोड़कर उनकी आय बढ़ाई जा सके.
प्रेझा फाउंडेशन की ओर संचालित आईटीआई कौशल विकास कॉलेज और नर्सिंग एवं कल्याण गुरुकुल के लगभग 500 विद्यार्थियों को विभिन्न संस्थाओं के लिए नियुक्ति पत्र सौंपने के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की गिनती पिछड़े राज्यों में होती है. ऐसे में गरीबी और पिछड़ेपन से राज्य को कैसे निकालें, इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग विभाग के मंत्री चंपई सोरेन, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना दादेल, सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे, आदिवासी कल्याण आयुक्त लोकेश मिश्रा, रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल और प्रेझा फाउंडेशन के सीईओ कल्याण चक्रवर्ती मौजूद थे.
संस्थाएं प्रशिक्षित युवाओं का डाटा दें, जॉब मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जो भी संस्थाएं यहां के युवाओं को स्किल्ड करने के लिए प्रशिक्षण दे रही हैं, वे उसका डेटाबेस तैयार कर सरकार के साथ भी साझा करें, ताकि उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने में सहूलियत हो. सरकार ने राज्य में निजी क्षेत्र में 40 हजार तक मासिक वेतन वाली नौकरियों में 75 प्रतिशत स्थानीय के लिए आरक्षित करने का कानून बनाया है. ऐसे में प्रशिक्षित युवाओं को यहां भी रोजगार मिलेगा.