प्राथमिकी निरस्त निशिकांत व मनोज समेत नौ को मिली राहत प्राथमिकी

Update: 2023-03-16 09:10 GMT

राँची न्यूज़: देवघर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) पर दबाव बनाकर रात में चार्टर्ड प्लेन टेक ऑफ कराने के मामले में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी समेत नौ लोगों को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. हाईकोर्ट ने मामले में देवघर के कुंडा थाने में दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने का आदेश दिया है.

31 अगस्त 2022 को इस मामले में डीएसपी सुमन अमन ने जिले के कुंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. प्राथमिकी के बाद इसे निरस्त करने को लेकर निशिकांत दुबे ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. जिसपर जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई के पश्चात अदालत ने दर्ज प्राथमिकी निरस्त करने का आदेश दिया.

कोर्ट ने कई अधिकारियों को जारी किया था नोटिस पूर्व में कोर्ट ने इस मामले में देवघर डीसी, कुंडा थाना प्रभारी, डीएसपी सिक्योरिटी इंचार्ज देवघर एयरपोर्ट को नोटिस जारी किया था. प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता प्रशांत पल्लव और पार्थ जालान ने पैरवी की. पूर्व की सुनवाई के दौरान प्रार्थी की ओर बताया गया था कि उस दिन सूर्यास्त का समय 603 बजे था. नियमानुसार सूर्यास्त के आधे घंटे बाद यानी 633 बजे तक विमान को उड़ाया जा सकता था. जबकि प्रार्थी की फ्लाइट 617 बजे उड़ी थी. ऐसे में मामला नियम उल्लंघन का नहीं बनता है.

क्या है मामला: देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक मामले में जिले के कुंडा थाने में सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटे कनिष्क व महिकांत, दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी, एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा, पायलट मुकेश पाठक, देवता पांडेय व पिंटू तिवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इन लोगों पर आरोप लगाया गया था कि इन्होंने एयरपोर्ट के एटीसी में जबरन प्रवेश किया और क्लीयरेंस लेने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया.

यह भी आरोप लगाया गया था कि शाम में वापसी के दौरान उन्होंने जबरन क्लीयरेंस लिया, जबकि देवघर एयरपोर्ट में नाइट टेक ऑफ या लैंडिंग की सुविधा नहीं है.

Tags:    

Similar News

-->