गोमिया प्रखंड में हाथियों ने मचाई तबाही, 18 घरों को किया ध्वस्त

बोकारो जिले में घुस आए जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया. तकरीबन 18 घर उन्होंने ध्वस्त कर दिए. यह मामला गोमिया प्रखंड के पचमो पंचायत का है.

Update: 2022-08-02 11:13 GMT

बोकारो जिले में घुस आए जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया. तकरीबन 18 घर उन्होंने ध्वस्त कर दिए. यह मामला गोमिया प्रखंड के पचमो पंचायत का है.

यहां झुमरा पहाड़ की तलहटी में बसे पुरना पानी गांव में बीती रात हाथियों का झुंड घुस आया. बताया जाता है कि इस झुंड में पंद्रह-बीस हाथी थे. हाथियों के इस झुंड ने ग्रामीणों के घरों को तहस-नहस कर दिया. हाथियों ने घर में रखे चावल, गेहूं आदि सारे अनाज चट कर लिए.
गांव में अफरातफरी का माहौल
बताया जाता है कि हाथियों के गांव में घुसने की सूचना गांव के लोगों को जैसे ही मिली वे लोग हो-हल्ला करने लगे. हाथियों की संख्या अधिक रहने के कारण गांव के लोग घर से निकलकर जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. गांव में अफरातफरी का माहौल बन गया. काफी देर तक गांव में हाथियों का झुंड उत्पात मचाता रहा. खेतों में लगे धान के बिचड़े भी हाथियों के पैरों तले रौंदे गए. अब वे बिचड़े रोपने लायक नहीं रह गए. हाथियों के गांव में घुसने की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी पुरना पानी गांव पहुंचे हैं. क्षतिपूर्ति का जायजा लिया जा रहा है. साथ ही हाथियो को भगाने का प्रयास किया जा रहा है.
डेढ़ दर्जन घर क्षतिग्रस्त
गांव के जिनलोगों के घर हाथियों ने क्षतिग्रस्त किए हैं उनके नाम झरी गंझू, सुरेश गंझू, सूरज गंझू, बिशू गंझू, कार्तिक गझू, पुरुषोतम महतो, ढेना गंझू, प्रभू गंझू, सहजनाथ गंझू, नरेश महतो, राजेश गंझू, मोहन गंझू, दिनेश महतो, सुनिल महतो हैं. इन पीड़ित परिवारों से थाना प्रभारी‌ सहित पंचायत प्रतिनिधि भी मिले. जंगली हाथियों से पीड़ित ग्रामीण मुआवजे की मांग कर रहे हैं.


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