चाईबासा के आमला टोला में 150 वर्षों से मनाया जा रहा है दुर्गोत्सव, पारंपरिक रीति-रिवाज से यहां होती है पूजा
चाईबासा के अमला टोला स्थित आदि दुर्गोत्सव आमला टोला सार्वजनिन पूजा समिति , चाईबासा 150 वर्ष से भी पुरानी दुर्गा पूजा समिति है.
न्यूज़ क्रेडिट : lagatar.in
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाईबासा के अमला टोला स्थित आदि दुर्गोत्सव आमला टोला सार्वजनिन पूजा समिति , चाईबासा 150 वर्ष से भी पुरानी दुर्गा पूजा समिति है. पश्चिमी सिंहभूम जिले में सबसे पहले दुर्गापूजा उत्सव आमला टोला स्थित घोष परिवार ने 1870 में शुरू किया था. दो वर्षों के बाद रायबहादुर रत्नेश्वर राय तथा सरकार परिवार इस पूजा कमेटी में शामिल हुए. 1886 में एक कमेटी बनी, जिसमें अमला टोला के सभी भाषा-भाषी परिवार के लोग इस समिति के सदस्य बने. उन परिवारों की वंश परम्परा आज भी इस पूजा समिति में कायम है. पहले टीन के शेड में शुरू हुई, यह पूजा आज एक बड़ा भव्य रूप ले चुकी है. कभी मात्र तीन सौ रुपये यहां पूजा पर खर्च होता था और आज बजट पांच लाख रुपये से भी अधिक है. जो परंपरा 150 वर्ष पूर्व कायम की गई थी वह परंपरा आज भी कायम है.