लगातार हुई बारिश से किसानों की चेहरे पर मायूसी, धान और हरी सब्जी की खेती को हुआ नुकसान

बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र की वजह से रांची के साथ-साथ पूरे प्रदेश में लगातार दाे दिनाें तक बारिश हुई. इस बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हाे गया.

Update: 2021-11-16 10:15 GMT

जनता से रिश्ता। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र की वजह से रांची के साथ-साथ पूरे प्रदेश में लगातार दाे दिनाें तक बारिश हुई. इस बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हाे गया. बेमौसम हुई बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इससे किसानों की चेहरे में मायूसी छाई हुई है. राजधानी के आसपास सबसे ज्यादा नुकसान किसानों के खेत में लगी हरी सब्जियों और तैयार हो चुके धान की फसल को हुआ. इस समय किसान अपने खेतों में हरी सब्जियों की फसल लगाते हैं, तो दूसरी तरफ धान की कटाई भी करते हैं. इस बारिश से दोनों फसलें बर्बाद हो गईं हैं.

नहीं मिला खलिहान तक पहुंचाने का समय
किसान रामलगन महली ने बताया कि खेत में धान पूरी तरह कटाई के लिए तैयार है. लेकिन, लगातार हुई बारिश की वजह से खेतों में ही धान के पौधा गिरकर अंकुरित होने लगे हैं. इससे धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. वहीं, मुकेश गोप कहते हैं कि दो दिनों की बारिश की वजह से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. धान को खेतों से खलिहान तक पहुंचाने तक का समय नहीं मिला.
धान और सब्जी की खेती को नुकसान
प्रगतिशील किसान संगठन के नकुल महतो कहते हैं कि लगातार हुई बारिश की वजह से धान और हरी सब्जी दोनों ही फसलों को नुकसान हुआ है. इस नुकसान का असर बाजार में भी देखने को मिला. सब्जी की खेती बर्बाद होने से बाजार में सब्जी की कीमत काफी बढ़ गई है.


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