Darbhanga: 57 लाख 5 हजार 412 मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ

Update: 2024-11-22 06:28 GMT

दरभंगा: जिले में धान अधिप्राप्ति 15 से शुरू होगी. इसे लेकर प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. ताकि, लक्ष्य से अधिक धान की अधिप्राप्ति हो सके. व्यापार मंडल पैक्स प्रबंधकों को निर्देश दिया गया है कि सभी गोदाम को दुरूस्त कर लें.

जिससे किसानों से खरीदे गए धान का समुचित रखरखाव हो सके. साथ ही, पैक्स व व्यापार मंडल अध्यक्षों को बैंक से संबंधित प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही, किसानों से धान की अधिप्राप्ति करने पर उनके खाते में तत्काल राशि स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है.

57 लाख 5 हजार 412 मीट्रिक टन धान का हुआ उत्पादन विभाग के अनुसार जिले में 96 हजार 923 हेक्टेयर में धान की बुआई का लक्ष्य रखा गया था. जिसे प्राप्त कर लिया गया है. हालांकि, मानसून ने किसानों का साथ नहीं दिया था. जिससे लक्ष्य प्राप्त करने में देरी हुई. धान की बुआई के बाद किसानों को खाद उपलब्ध कराया गया था. प्रशासन का यह लगातार प्रयास था कि खाद की कालाबाजारी न हो. निर्धारित मूल्य पर खाद किसानों को उपलब्ध हो सके. इसके लिए लगातार कृषि विभाग की ओर से निरीक्षण किया जा रहा था. जिले में संभावित 57 लाख 5 हजार 412 मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ है. राजपुर प्रखंड में सबसे अधिक 20 हजार 400 हेक्टेयर भूमि पर धान की बुआई की गई थी. यहां 1 लाख 44 हजार 115 मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ है. इटाढ़ी प्रखंड में 16 हजार 788 हेक्टेयर भूमि पर धान की बुआई हुई थी. जिसके मुकाबले 1 लाख 12 हजार 142 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है. सबसे कम चक्की प्रखंड में 565 हेक्टेयर भूमि पर धान की बुआई के बाद लक्ष्य के अनुरूप 3 हजार 049 मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ है.

औने-पौन दाम पर बिक जाता है धान किसानों की मेहनत पर बिचौलियों की नजर है. वे किसानों से लगातार संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें दिग्भ्रमित किया जाता है कि धान कटाई के बाद उसे पैक्स में ले जाना होगा. जहां सही तरीके से वजन नहीं किया जाएगा. धान देने के बाद तत्काल खाता में रुपया नहीं आएगा. धान पैक्स में देने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. जिसमें भी कई तरह के दस्तावेज चाहिए. इससे बेहतर है कि धान साहूकारों को बेच दें. दूसरी ओर, विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार बिचौलियों पर विशेष नजर रहेगी. बिचौलिए किसानों से औन-पौने दाम पर धान खरीद लेते हैं. कुछ राशि किसानों को तत्काल राशि दे देते हैं. इसके बाद बकाया राशि के लिए किसानों को परेशान किया जाता है.

एक लाख 71 हजार क्विंटल धान की होगी खरीददारी विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में इस बार 1 लाख 71 हजार क्विंटल धान अधिप्राप्ति करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रशासन के समक्ष यह समस्या है कि जिले में पैक्स चुनाव चल रहा है. जिससे धान अधिप्राप्ति करने में समस्या आ सकती है. वहीं, विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पैक्स अध्यक्ष के नहीं रहने पर भी धान अधिप्राप्ति में परेशानी नहीं होगी. इससे निपटने के सभी उपाय किए गए है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि समय रहते लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर लिया जाएगा.

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