धनबाद न्यूज़: आशीर्वाद टावर अग्निकांड के बाद झारखंड की ऊंची इमारतों में फायर सेफ्टी के इंतजाम पर हाईकोर्ट ने रिपोर्ट मांगी है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद शहरी नगर निकाय हर जिले में ऊंची बिल्डिंगों में फायर सेफ्टी ऑडिट कर रहा है. धनबाद में भी नगर निगम द्वारा फायर सेफ्टी ऑडिट कराया जा रहा है, लेकिन इस सेफ्टी ऑडिट में फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट के एक भी कर्मी शामिल नहीं है. बिना फायर सेफ्टी एक्सपर्ट के ही बिल्डिंगों में फायर सेफ्टी ऑडिट हो रहा है.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद धनबाद नगर निगम ने शहर की ऊंची बिल्डिंगों में फायर सेफ्टी जांचने के लिए तीन टीमों का गठन कर दिया. एक टीम का नेतृत्व सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार, दूसरे का सहायक नगर आयुक्त कंचन भदौलिया और तीसरी टीम का नेतृत्व कार्यपालक पदाधिकारी अनीस कर रहे हैं. जांच टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में 50 प्रतिशत से अधिक भवनों में फायर सेफ्टी का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. शहर के हीरापुर, स्टीलगेट इलाके में अभी फायर सेफ्टी ऑडिट किया गया है.
अग्निशमन विभाग ने कर्मी देने में हाथ खड़े किए फायर सेफ्टी ऑडिट से पहले नगर निगम ने जिला अग्निशमन विभाग को पत्र लिख कर विभाग से एक-एक कर्मी देने का अनुरोध किया था. जवाब में फायर सेफ्टी विभाग ने कर्मचारियों की कमी का रोना रोते हुए कर्मी देने में असमर्थता जता दी. इसके बाद निगम की टीम अकेले ही जांच कर रही है.