झारखंड में कोरोना फिर मचाने लगा दशहत, रांची में 24 घंटे में दोगुना हुए मरीज, हफ्तेभर में 10 गुना बढ़ सकता हैं संक्रमण
रांची समेत झारखंड के 15 जिलों में कोरोना संक्रमण ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। इन 15 जिलों में लगातार नए मरीज मिल रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रांची समेत झारखंड के 15 जिलों में कोरोना संक्रमण ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। इन 15 जिलों में लगातार नए मरीज मिल रहे हैं। बुधवार को रांची में 12 डॉक्टरों समेत 118 नए संक्रमित मिले हैं। रांची में बीते 24 घंटे में ही संक्रमितों की संख्या दोगुना से ज्यादा हो गई है। मंगलवार को यहां 53 तथा राज्यभर में 159 संक्रमित मिले थे। बुधवार को पूरे सूबे में 344 मिले। संक्रमितों की संख्या में हो रहे इजाफे को विशेषज्ञ तीसरी लहर मान रहे हैं।
राज्य में मिले 344 मरीज : झारखंड में बुधवार को कुल 344 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इनमें रांची में 118, कोडरमा में 56, पूर्वी सिंहभूम में 43, धनबाद में 31, पश्चिमी सिंहभूम में 22, हजारीबाग में 21, बोकारो में 17, देवघर में 7, गिरिडीह में 7, चतरा में 6, खूंटी में 4, रामगढ़ में 4, जामताड़ा में 3, गुमला में 2, दुमका, लातेहार और पलामू में एक एक संक्रमित मिले हैं। मंगलवार को राज्य में 155 नए संक्रमित मिले थे।
रिम्स के सात डॉक्टर संक्रमित : रांची में बुधवार को जो 12 डॉक्टर संक्रमित मिले हैं, उनमें सात रिम्स के हैं जबकि पांच निजी अस्पताल के हैं। रिम्स में जो डॉक्टर संक्रमित मिले हैं, उनमें चार जूनियर रेजीडेंट, एक सीनियर रेजीडेंट, एक एचएस और एक सीनियर डॉक्टर शामिल हैं। इसके अलावा दो नर्स भी संक्रमित पाई गयी हैं।
रांची में पॉजिटिविटी रेट 3.63 हुई : रांची में संक्रमण दर 0.08 से बढ़कर 3.63 फीसदी तक पहुंच गई है। यह राज्यभर में सबसे ज्यादा है। इसके बाद कोडरमा में 3.33 रामगढ़ में 3.15 लोहरदगा में 2.67 हजारीबाग में 2.66 पूर्वी सिंहभूम में 2.61 फीसदी तक पहुंच गया है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि पॉजिटिविटी रेट अभी और बढ़ेगी।
आशंका: हफ्तेभर में 10 गुना बढ़ सकते हैं केस
रांची समेत झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे को विशेषज्ञ तीसरी लहर की आहट बता रहे हैं। रिम्स के पीएसएम विभाग के डॉ देवेश ने बताया कि राज्य में यह तीसरी लहर की दस्तक जैसी है। उन्होंने कहा कि आने वाले सात दिनों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर दस गुना हो जाएगी। तेजी से बढ़ते मामले ओमीक्रोन के संकेत दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अब हल्के लक्षण के साथ मरीज आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मरीज नहीं मिल रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि संक्रमण डिटेक्ट नहीं हो पा रहा है। लेकिन संक्रमण तेजी से फैल रहा है। डॉ देवेश ने बताया कि अब जांच की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है, लोगों को खुद आगे आकर जांच करा लेना चाहिए। कोरोना के नए ट्रेंड को देखते हुए डॉक्टरों ने मरीजों को सतर्क रहने की अपील की है। लोगों को मास्क और सेनेटाइजर का लगातार इस्तेमाल करते रहने को कहा है।