झारखंड में एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा कोरोना, रांची के बाद देवघर, पूर्वी सिंहभूम और हजारीबाग में बढ़े संक्रमित
रांची, देवघर, पूर्वी सिंहभूम और हजारीबाग में लगातार कोरोना के मरीजों की सख्यां बढ़नी शुरू हो गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रांची, देवघर, पूर्वी सिंहभूम और हजारीबाग में लगातार कोरोना के मरीजों की सख्यां बढ़नी शुरू हो गई है। झारखंड में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीजों की संख्या 330 तक पहुंच गई है। इसमें सबसे अधिक रांची में एक्टिव मामले हैं। राजधानी रांची के बाद देवघर में 67, पूर्वी सिंहभूम में 51 और हजारीबाग में मरीजों की संख्या 20 हो गई है। हालांकि मरीज गंभीर नहीं हो रहे हैं, लेकिन संक्रमण का दायरा 16 जिलों तक पहुंच चुका है।
फिलहाल सिर्फ आठ जिले ही संक्रमण मुक्त हैं। एक सप्ताह पहले तक सिर्फ आठ जिलों में ही कोरोना के मरीज थे। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम में बदलाव और बाहर से आ रहे लोगों के कारण संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। हाल के दिनों में मिलने वाले मरीजों में सभी आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव मिले हैं। ट्रूनेट और रैपिड एंटीजन किट से हो रहे जांच में लोग संक्रमित नहीं मिले हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि संदेह होने की स्थिति में लोगों को आरटीपीसीआर जांच पर ही भरोसा करना चाहिए।
एयरपोर्ट, स्टेशन, बस स्टैंड में भी जांच बंद
रांची के सभी सार्वजनिक स्थानों में जांच पूरी तरह से बंद है। कोरोना की तीनों लहर में बाहर से आने वाले यात्रियों से ही संक्रमण फैला था। इसलिए सबसे अधिक संक्रमण की पुष्टि एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से ही हुई थी। लेकिन जब देश के कई बड़े शहरों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उन राज्यों से प्रतिदन लोगों का आना-जाना लगा रहता है, इसके बाद भी रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड समेत सभी सार्वजिनक स्थानों में जांच बंद है। रांची के किसी भी सार्वजनिक स्थान में जांच नहीं हो रही है। कोरोना जांच के लिए वर्तमान में पूरे राज्य में सिर्फ रांची सदर अस्पताल में ही व्यवस्था है। इसके अलावा रिम्स में भर्ती मरीजों की ही जांच हो रही है।
अस्पताल में नहीं हैं कोरोना के एक भी संक्रमित
रांची में कोरोना के एक भी संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हैं। जितने भी मरीज हैं, सभी होम आइसोलेशन में हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ देवेश ने बताया कि पिछले मई के महीने से ही ट्रांसमिशन जारी है। पिछले दो-तीन सप्ताह में सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने बताया कि फिलहाल बैक्टिरियल और वायरल दोनों तरह के इंफेक्शन पाए जा रहे हैं। जो लोग जांच कराने जा रहे हैं, उनमें से कुछ में संक्रमण मिल रहा है।
रांची में हर दिन 500 सैंपल की ही जांच
रांची समेत सभी जिलों में कोरोना जांच की गति धीमी है। पिछले 7 दिन में रांची में पॉजिटिविटी दर करीब 7 है। हर दिन 500 सैंपल की जांच में 20 मरीज मिल रहे हैं। रांची के अलावा देवघर, हजारीबाग, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम में भी हर दिन 300-400 की ही जांच हो रही है। बावजूद बड़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं। इन जिलों के अलावा ज्यादातर जिलों में प्रतिदिन करीब 200 लोगों की ही जांच हो रही है।
60 हजार से घटकर 5 हजार जांच
दूसरी-तीसरी लहर में प्रतिदिन 60 हजार जांच होती थी। जो अब घटकर हर दिन अधिकतम पांच से छह हजार तक ही जांच हो पा रही है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह लोगों का खुद जांच कराने नहीं आना और जांच केंद्रों की संख्या कम होना है। रांची जिला में सिर्फ दो केंद्रों में ही कोरोना के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं। वहीं दूसरी और तीसरी लहर में जांच में लगाए गए कर्मियों को हटा भी दिया गया है।
दस दिनों में मिले मरीज
तिथि संक्रमित
22 जून 20
23 जून 36
24 जून 30
25 जून 53
26 जून 27
27 जून 32
28 जून 53
29 जून 44
30 जून 51
1 जुलाई 54