सूबे में कोरोना का कहर, चार की मौत, आज से रिम्स में सेकेन्ड हाफ ओपीडी बंद
रांची समेत राज्य में लगातार तीसरे दिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रांची समेत राज्य में लगातार तीसरे दिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी। वहीं सोमवार की तुलना में मंगलवार को पॉजिटिविटी रेट में भी जहां मामूली इजाफा (0.09) हुआ है, वहीं रांची की पॉजिटिविटी सोमवार के मुकाबले 0.95 प्रतिशत कम हुई है। हालांकि सोमवार को दो के मुकाबले मंगलवार को राज्य (पूर्वी सिंहभूम)में 4 मरीज की मौत हुई है।
राज्य भर में मंगलवार को 6.43 प्रतिशत पॉजिटिविटी के हिसाब से कुल 4719 मरीज मिले जिसमें 9.83 प्रतिशत पॉजिटिविटी की दर से रांची में 1592 मरीज मिले हैं। राज्य के 8 जिलों में मंगलवार को 100 से अधिक मरीज मिले जिसमें रांची के अलावा पूर्वी सिंहभूम में 1160, हजारीबाग में 265, देवघर में 232, बोकारो 189, चतरा 111, धनबाद 158 व पलामू में 139 मरीज मिले हैं।
रिम्स ओपीडी सेकेंड हाफ में आज से रहेगा बंद
राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में इलाज के लिए मरीज दूर दराज इलाकों से आते हैं। लेकिन हाल के दिनों में हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ तेजी से कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। इसे देखते हुए 12 जनवरी से अगले आदेश तक सेकेंड हाफ ओपीडी को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। ऐसे में डॉक्टर मरीजों को केवल फर्स्ट हाफ में ही देखेंगे। यदि संक्रमण बढ़ता रहा तो पूरी तरह ओपीडी बंद करने पर भी निर्णय लिया जा सकता है। यह जानकारी रिम्स के सर्जन सह पीआरओ डॉ डीके सिन्हा ने दी। उन्होंने कहा कि सभी एचओडी के साथ बैठक करने के बाद ही सेकेंड हाफ ओपीडी को बंद कर दिया गया है।
कोरोना से रिम्स में एक की मौत
रांची रिम्स में मंगलवार को फिर कोरोना संक्रमण से एक 78 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। कोरोना संक्रमित मरीज खीरू महतो का रिम्स के डेंगू वार्ड में इलाज चल रहा था। वह हजारीबाग का ही रहने वाला था। वो न्यूरो वार्ड में था। जहां उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे डेंगू वार्ड में शिफ्ट किया गया था। कोरोना मृतक के परिजन के मुताबिक उसे सिर्फ न्यूरो संबंधी बीमारी थी जिसका इलाज डॉक्टर सीबी सहाय के अंदर चल रहा था। अस्पताल में भर्ती होने से पहले उसे कोरोना नहीं था, लेकिन भर्ती होने के कुछ दिनों के बाद ही वह अस्पताल में ही संक्रमित हो गया और उसे डेंगू वार्ड में भेजा गया। जहां कोरोना का इलाज और न्यूरो का भी इलाज साथ में चल रहा था। अस्पताल प्रबंधन ने बताया क कोरोना मृतक का अब कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अंतिम संस्कार कराया जाएगा। मालूम हो कि अभी तक एक सप्ताह में रांची में इलाजरत चार संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है।
पांच जिलों में 100 लोगों ने भी नहीं ली बूस्टर डोज :
हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाईन वर्कर व 60 वर्ष से अधिक उम्र के बीमार लोगों के लिए शुरू हुए टीकाकरण के बूस्टर डोज (प्रिकॉशन डोज) की रफ्तार दूसरे दिन भी झारखंड में काफी धीमी रही। पहले दिन राज्य भर में 6006 लोगों को तो दूसरे दिन मंगलवार को 8934 लोगों को बूस्टर डोज के रूप में टीके की तीसरी खुराक दी गयी।
पांच जिलों में तो बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या 100 के आंकड़े को भी पार नहीं कर सकी। सिमडेगा में 27, सरायकेला में 44, जामताड़ा में 55, कोडरमा में 79 लोगों को बूस्टर डोज लगायी गयी।