कांग्रेस के विधायक हेमंत सरकार के मंत्रियों से नहीं हैं खुश, बोले- काम नहीं करते

रांची में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मंत्रियों की कार्यशैली पर विधायकों ने कई सवाल उठाए।

Update: 2022-07-05 05:07 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रांची में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मंत्रियों की कार्यशैली पर विधायकों ने कई सवाल उठाए। विधायकों ने स्पष्ट कहा कि ढाई साल बीत चुका है और अब इससे भी कम समय रह गया है। अगर ग्रामीण सड़कें नहीं बनीं तो चुनाव में मुश्किल हो सकता है।

झारखंड विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री सह कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के कक्ष में आयोजित बैठक में विधायकों ने एक-एक कर मंत्रियों को घेरा। कृषि, स्वास्थ्य, वित्त से लेकर ग्रामीण विकास मंत्री पर काम नहीं करवाने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, दीपिका पांडेय सिंह, कुमार जयमंगल, राजेश कच्छप समेत अन्य विधायकों ने भी सवाल उठाए।
वित्त मंत्री से भी विधायकों ने पूछा कि योजनाओं के लिए राशि देने में कहां दिक्कत आती है? विधायकों ने सरकार के कई निर्णयों पर भी नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक होने के बावजूद उन्हें यह पता नहीं होता कि नई योजनाएं आ रही है।
विधायकों को प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का भी साथ मिला। उन्होंने तल्ख रूप से कहा कि कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को सरकार में रहने का दायित्व नहीं मिला है। उन्हें काम करना है और कांग्रेस के घोषणा पत्र में जो वादे किये गये थे उसे पूरा करना है।
ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही सड़कों की मांग
विधायकों ने कहा कि सरकार में कांग्रेस के चार-चार मंत्री हैं, लेकिन उनके विभागों से संबंधित मामले ही लंबित हैं। कृषक मित्र की बात हो, या स्वास्थ्य से जुड़े मामले, दूसरे विभागों के मामले जल्द से जल्द सेटल हो जाते हैं, लेकिन कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के मामले नहीं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की मांग लगातार की जाती है, लेकिन नहीं मिलती है। इससे चुनाव में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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