राँची न्यूज़: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि वे कांग्रेस के दोहरे चेहरे को उजागर करने आए हैं. उन्होंने सवाल किया कि आखिर कांग्रेस को आदिवासी समाज से इतनी नफरत क्यों है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत जोड़ो और हाथ जोड़ो यात्रा करने झारखंड आए हैं, लेकिन भारत की सम्प्रभुता को संकट में डालने वाली पार्टी कांग्रेस को भारत जोड़ने की बात शोभा नहीं देती. इस पार्टी के डीएनए में तो भारत को तोड़ने की नीति है. खड़गे को झारखंड के अमर शहीद सिद्धो-कान्हू, चांद भैरव, फूलो झानो याद नहीं आए. यही कांग्रेस है, जिसने एक आदिवासी महिला का राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में विरोध किया. सदन में राष्ट्रपति के भाषण का विरोध किया.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा में भारत विरोधी पादरी जॉर्ज पुन्नैया, तमिलनाडु को अलग देश बनाने की मांग करने वाला उदय कुमार और पीओके का समर्थन करने वाला कमल हसन शामिल होते हैं और कांग्रेस इस यात्रा को भारत जोड़ो यात्रा का नाम दे रही है. सवालिए लहजे में कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत साहेबगंज से क्यों रखा, क्योंकि साहेबगंज में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठिए रहते हैं. उन्होंने कहा कि जब सिविल सोसाइटी ने घुसपैठियों को भगाने की बात की तो यही कांग्रेस और झामुमो की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा कि हमारी सरकार प्रवासी भगाने का काम नहीं करेगी.
सांसद प्रकाश ने कहा कि उन्हें लगा था कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष झारखंड में साहेबगंज के अवैध खनन की बात करेंगे, बहन रुबिका की हत्या के संबंध में बात करेंगे, रूपा तिर्की, संध्या टोपनो, अरसू हेम्ब्रोम की हत्या के संबंध में बोलेंगे, उनके परिवार के लोगों से मिलेंगे, उन्हें सांत्वना देंगे. लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ये सब याद ही नहीं रहा. उन्होंने राज्य सरकार को युवा, किसान, महिला और आदिवासी विरोधी बताते हुए कहा कि राज्य में 30 लाख युवा नियोजन नीति नहीं होने के कारण रोजगार की तलाश के लिए दर-दर भटक रहे हैं.